पन्ना। पन्ना टाइगर रिजर्व प्रबंधन अपनी मनमानी की वजह से हमेशा ही सुर्खियों में बना रहता है. पन्ना टाइगर रिजर्व में पदस्थ सभी रेंजर, स्टेट फॉरेस्ट, रेंज ऑफिसर एसोसिएशन ने पन्ना टाइगर रिजर्व क्षेत्र संचालक के नाम ज्ञापन सौंपते हुए मांग की है कि रेंजर गौरव नामदेव को अवैध सागौन कटाई के आरोप में निलंबित किया गया था रेंजर के जबाव देने के बाद भी निलंबन से बहाल कर दिया गया है और उसे उड़नदस्ता पन्ना टाइगर रिजर्व में पदस्थ किया गया है.
एसोसिएशन की तरफ से ज्ञापन देने वाली रेंजर आरएस पटेल ने कहा कि वरिष्ठ अधिकारियों को स्थानांतरित करके किसी कनिष्ठ अधिकारी को रखने का आदेश नहीं है. रेंजर नामदेव पर बेवजह आरोप लगाए गए हैं. उन्होंने बताया कि जिस रेंजर पर अवैध कटाई का आरोप लगाकर षड्यंत्र किया जा रहा है. उन्हें 2016 में 150 हेक्टेयर भूमि से अतिक्रमण हटाने के संबंध में वन सुरक्षा का प्रमाण पत्र भी मिल चुका है. फिर पन्ना टाइगर रिजर्व प्रबंधन द्वारा उन्हें रेंज का प्रभार नहीं दिया गया है और डिप्टी रेंजर्स को दूसरे क्षेत्रों के प्रभार पर रखा गया है. जो नियम अनुसार सही नहीं है.
नियमानुसार नहीं हो रही भर्ती
पन्ना टाइगर रिजर्व के रेंजर्स का आरोप है कि एक सीधी भर्ती वाले वन क्षेत्रपाल को लंबे समय से विशेष कर्तव्य में रखा गया है. जबकि इसी वन वृत्त के तहत पन्ना टाइगर रिजर्व में ही स्थानीय निवासी जूनियर उपवन क्षेत्र वालों को परिक्षेत्र के प्रभार में रखकर एक और प्रभार वन क्षेत्र का अतिरिक्त प्रभार दिलाया गया है. जो नियम अनुसार सही नहीं है.
वरिष्ठ अधिकारी को सौंपा ज्ञापन
एसोसिएशन की तरफ सभी रेंजर्स मांग करते हैं कि रेंजर को ही रेंज के प्रभार दिया जाए वहीं पूरे मामले में उक्त क्षेत्र संचालक का कहना है कि रेंजरों के द्वारा ज्ञापन दिया गया है जिसे वरिष्ठ अधिकारियों को भेजा जाएगा.