पन्ना। गांधी चौक कांग्रेसी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. कांग्रेसी नेताओं ने केंद्र सरकार पर मध्यप्रदेश के साथ भेदभाव करने का आरोप लगाते हुए राष्ट्रपति के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा.
कांग्रेस का कहना है कि मुख्यमंत्री कमलनाथ ने 4 अक्टूबर 2019 को नई दिल्ली में किसानों को हुए नुकसान की जानकारी से संबंधित ज्ञापन सौंपा था. जिसमें आग्रह किया गया था कि केंद्रीय अध्ययन दल प्रदेश में भेजें, जिससे क्षति का वास्तविक आकलन किया जा सके. मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से प्रदेश में वर्षा के कारण हुई भारी तबाही को गंभीर आपदा की श्रेणी में रखने की मांग की थी. कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि अध्ययन दलों की रिपोर्ट में सच्चाई सामने आने के बाद भी केंद्र सरकार ने किसानों को राहत देने के लिए कोई कदम नहीं उठाया है.
साथ ही प्रदर्शनकारी नेताओं का ये भी कहना है कि कांग्रेस शासित प्रदेशों के प्रति केंद्र सरकार का रवैया ठीक नहीं है और वो भेदभाव पूर्ण है, कांग्रेसी नेताओं का आरोप है कि केंद्र सरकार ने एनडीए और भाजपा शासित कर्नाटक और बिहार जैसे राज्यों को सहायता राशि प्रदान की है, लेकिन कांग्रेस शासित राज्यों की उपेक्षा की जा रही है.
बुरहानपुर में विरोध प्रदर्शन
बुरहानपुर। जिलें के खकनार में कांग्रेस कार्यालय के बाहर धरने पर बैठे कांग्रेसी नेता केंद्र सरकार की किसान विरोधी नीतियों के विरोध में राष्ट्रपति के नाम तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन. कांग्रेस कार्यालय के सामने धरने पर बैठने के बाद केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए रैली के रूप में तहसील कार्यालय पहुंचे, जहां राष्ट्रपति के नाम तहसीलदर को ज्ञापन सौंपा गया.
नरसिंहपुर में विरोध प्रदर्शन
नरसिंहपुर। केंद्र सरकार के खिलाफी नरसिंहपुर में कांग्रेसियों ने विरोध प्रदर्शन किया. जिसमें केंद्र सरकार पर आरोप लगाया है कि, केंद्र सरकार मध्यप्रदेश के साथ छल कर रही है. भेदभाव पूर्ण नीति अपना रही है.
छिंदवाड़ा में विरोध प्रदर्शन
छिंदवाड़ा। जिले में कांग्रेस ने केंद्र सरकार के खिलाफ मुख्यमंत्री के गृह जिले में धरना प्रदर्शन किया, साथ ही केंद्र सरकार पर आपदा राहत के लिए राशि नहीं देने का आरोप लगाया, साथ ही उनका कहना है कि इसकी वजह से कर्ज माफी और जनहित कार्यों में पैसे ना होने के कारण बाधाएं आ रही हैं.