इंदौर/सतना/पन्ना। मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुसार शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में कक्षा 12वीं में अपने विद्यालय में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले प्रतिभावान विद्यार्थियों को ई-स्कूटी दी गई. शासन की ओर से मोपेड के लिए 90 हजार रुपये व इलेक्ट्रिक गाड़ी के लिए 1.20 लाख़ रु की राशि दी गई. यहां बच्चों को उनकी पसंद की गाडि़यां दी गईं. विद्यर्थियों को स्कूटी वितरण कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के शहडोल कार्यक्रम का प्रसारण भी विद्यार्थियों को दिखाया गया. इस मौके पर जिला शिक्षा अधिकारी मंगलेश व्यास भी मौजूद रहे.
पन्ना में भी वितरण : पन्ना के टाउन हॉल मे स्कूटी वितरण कार्यक्रम हुआ. जिले के कुल 113 विद्यार्थियों को कैबिनेट मंत्री व पन्ना विधायक बृजेन्द्र प्रताप सिंह ने स्कूटी वितरित की. प्रतिभावान छात्र-छात्राओं को स्कूटी वितरण से माहौल खुशनुमा हो गया. बता दें कि जिले के 113 विद्यार्थियों को इसका लाभ मिला. वहीं 109 विद्यार्थियों को पेट्रोल स्कूटी और 4 विद्यार्थियों को ई-स्कूटी वितरित की गईं. पेट्रोल स्कूटी की अधिकतम कीमत 90 हजार रुपए और ई-स्कूटी की अधिकतम कीमत 1 लाख 20 हजार रुपए है. इस मौके पर छात्र-छात्राओं सहित उनके अभिभावक, नगर पालिका अध्यक्ष, जिला पंचायत अध्यक्ष आदि उपस्थित रहे.
सतना में भी स्कूटी वितरण : सतना में भी मुख्यमंत्री मेधावी छात्र योजना के तहत स्कूटी वितरण का कार्यक्रम आयोजित किया गया. सतना जिले में 282 छात्र-छात्राओं को स्कूटी वितरण किया गया, स्कूटी प्रकार बच्चों के चेहरे में खुशियां छा गईं. कार्यक्रम का आयोजन शहर शासकीय विद्यालय क्रमांक 1 में किया गया, जिनमें पूरे जिले भर से प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले छात्र छात्राएं शामिल हुए. स्कूटी पाकर बच्चियों के चेहरे खुशियों से खिल उठे. कार्यक्रम में जिले के सांसद, कलेक्टर, जिला शिक्षा अधिकारी, महापौर सहित अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे.
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सतना में अव्यवस्था : मिशन चंद्रयान लांच को लेकर सतना के सिविल लाइन चौपाटी पार्क में एलईडी लगाकर कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसी दौरान अचानक बारिश शुरू हो गई. उसके बाद कार्यक्रम स्थल में मौजूद सांसद गणेश सिंह, महापौर योगेसग ताम्रकार, कलेक्टर अनुराग वर्मा, निगम आयुक्त अभिषेक गहलोत कार्यक्रम स्थल छोड़कर रवाना हो गए. इसके बाद मौके पर भगदड़ मच गई. वहीं कुछ लोगों ने कुर्सियां अपने सिर में रखकर चंद्रयान लांचिंग को देखा. चौपाटी में प्रशासन द्वारा कोई व्यवस्था नहीं करने से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा.