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मजदूरों का पलायन लगातार जारी, सरकार की योजनाओं का नहीं मिल रहा लाभ

पन्ना जिले में मजदूरों को गांव में काम न मिलना और पत्थर खदानों के बंद हो जाने के बाद वहां से मजदूर पलायन करने को मजबूर हैं.

रोजगार की तलाश में मजदूरों का पलायन
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Published : Nov 20, 2019, 11:08 PM IST

पन्ना। जिले से पलायन लगातार जारी है. आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों से प्रतिदिन रोजगार की तलाश में मजदूरों का पलायन हो रहा है, लेकिन प्रशासन इसे अनदेखा कर रहा है. पंचायतों को रोजगार गारंटी योजना की राशि नहीं मिलने और काम नहीं मिलने की वजह से लगातार वे रोजी-रोटी की तलाश में गांव खाली कर रहे हैं.

रोजगार की तलाश में मजदूरों का पलायन


सिर्फ मजदूर ही नहीं पन्ना जिले से कई युवा भी पलायन कर महानगरों की तरफ रुख कर रहे हैं, जो न केवल बच्चों की शिक्षा को बर्बाद कर रहा है बल्कि असुरक्षित तरीके से पलायन करने की वजह से मजदूरों को भी काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.


पलायन का कारण यहां मजदूरों को गांव में काम न मिलना और जिले पत्थर खदानों का बंद होना भी है. इतना ही नहीं ठेकेदारों, जमादारों और दलालों के चक्कर मे पड़कर मजदूर काफी नुकसान भी झेल रहे हैं. कई ऐसे मामले भी सामने आ चुके है जहां पन्ना के ग्रामीण अंचलों से मजदूरी करने महानगरों की तरफ गये उन्हें मजदूरी का पैसा भी नहीं दिया गया.


समाजसेवियों और जानकारों की माने तो बाहर जाकर काम करने से न केवल मजदूर बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं. बल्कि बच्चे शिक्षा से भी वंचित हो रहे हैं. वहीं श्रम अधिकारी का कहना है कि मजदूर के बिना पंजीकरण कराए बाहर काम करने की वजह से उन्हें सुरक्षित पलायन नहीं मिल पाता है और ठेकेदार उनका शोषण कर लेते हैं.

पन्ना। जिले से पलायन लगातार जारी है. आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों से प्रतिदिन रोजगार की तलाश में मजदूरों का पलायन हो रहा है, लेकिन प्रशासन इसे अनदेखा कर रहा है. पंचायतों को रोजगार गारंटी योजना की राशि नहीं मिलने और काम नहीं मिलने की वजह से लगातार वे रोजी-रोटी की तलाश में गांव खाली कर रहे हैं.

रोजगार की तलाश में मजदूरों का पलायन


सिर्फ मजदूर ही नहीं पन्ना जिले से कई युवा भी पलायन कर महानगरों की तरफ रुख कर रहे हैं, जो न केवल बच्चों की शिक्षा को बर्बाद कर रहा है बल्कि असुरक्षित तरीके से पलायन करने की वजह से मजदूरों को भी काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.


पलायन का कारण यहां मजदूरों को गांव में काम न मिलना और जिले पत्थर खदानों का बंद होना भी है. इतना ही नहीं ठेकेदारों, जमादारों और दलालों के चक्कर मे पड़कर मजदूर काफी नुकसान भी झेल रहे हैं. कई ऐसे मामले भी सामने आ चुके है जहां पन्ना के ग्रामीण अंचलों से मजदूरी करने महानगरों की तरफ गये उन्हें मजदूरी का पैसा भी नहीं दिया गया.


समाजसेवियों और जानकारों की माने तो बाहर जाकर काम करने से न केवल मजदूर बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं. बल्कि बच्चे शिक्षा से भी वंचित हो रहे हैं. वहीं श्रम अधिकारी का कहना है कि मजदूर के बिना पंजीकरण कराए बाहर काम करने की वजह से उन्हें सुरक्षित पलायन नहीं मिल पाता है और ठेकेदार उनका शोषण कर लेते हैं.

Intro:पन्ना।
एंकर :- पन्ना जिले में पलायन लगातार जारी है आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों से प्रतिदिन रोजगार की तलाश में मजदूरों का पलायन हो रहा है लेकिन प्रशासन इसकी अनदेखी कर रहा है पंचायतों को रोजगार गारंटी योजना की राशि नहीं मिलने के कारण और मजदूरों को काम नहीं मिलने की वजह से लगातार रोजी रोटी की तलाश में गांव के गांव खाली हो रहे हैं और लोग महानगरों की तरफ रुख कर रहे हैं जो न केवल बच्चों की शिक्षा को बर्बाद कर रहा है बल्कि असुरक्षित तरीके से पलायन करने की वजह से मजदूरों को भी काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।


Body:पन्ना जिले में पलायन का कारण यहां मजदूरों को गांव में काम न मिलना और जिले पत्थर खदानों का बंद होना भी है। काम न होने की वजह से ग्रामीण अंचलों के लोग महानगरों की तरफ पलायन कर रहे है। इतना ही नही ठेकेदारों, जमादारों और सरदारों दलालों के चक्कर मे पड़ कर मजदूर काफी नुकसान भी झेल रहे है कई ऐसे मामले भी सामने आ चुके है जहां पन्ना के ग्रामीण अंचलों से मजदूरी करने महानगरों की तरफ गये गांव के लोगो का मजदूरी का पैसा भी नही दिया गया।


Conclusion:इसके साथ ही मात्र 100 दिन काम मिलने की वजह से मजदूरों का भरण पौषण भी सही तरीके से नही हो पा रहा। समाजसेवियों और जानकारों की माने तो पन्ना जिला मुख्यालय से ही लगे गांवों अच्छा खासा पलायन हो रहा है। बाहर जा कर काम करने से न केवल मजदूर बीमारियों की चपेट में आ रहे है बल्कि नन्हे मुंन्हे बच्चो की शिक्षा से भी वंचित हो रहे है अभी हाल ही में झझर में एक ही परिवार के लगभग 6 लोगो की हत्या हो गई थी जो पन्ना के गुन्नौर अंतर्गत एक गांव से काम करने गए हुए थे। वही श्रम अधिकारी की माने तो मजदूरों के द्वारा बिना पंजीकरण कराए बाहर काम करने की वजह से उन्हें सुरक्षित पलायन नही मिल पाता है और ठेकेदार उनका शोषण कर लेते है।
बाइट :- 1 सुनील वर्मा (पलायन करता मजदूर)
बाईट :- 2 यूसुफ बेग (समाजसेवी)
बाईट :- 3 राहुल तिवारी (जानकार)
बाईट :- 4 यूसी शर्मा (श्रम अधिकारी पन्ना)
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