पन्ना। बरसात का मौसम आते ही बच्चे हों या बड़े सभी के चेहरे खिल उठते हैं और बारिश का आनंद लेने में कोई भी पीछे नहीं रहता है, लेकिन इस मौसम में कई खतरनाक और जानलेवा बीमारियां भी फैलती हैं जिससे बचना जरूरी है. ऐसे में पन्ना में गंदगी का अम्बार और कचरे का ढेर लगा हुआ है जो खुलेआम मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी जानलेवा बीमारियों को दावत दे रहा है. पिछले साल भी पन्ना में कई चिकनगुनिया और मलेरिया के मामले सामने आए थे, जिसको देखते हुए मलेरिया विभाग लोगों को जागरुक कर रहा है और नगर पालिका से समन्वय कर इस पर नियंत्रण करने का प्रयास कर रहा है, ताकि मच्छरों को पैदा होने से पहले ही उन्हें खत्म कर दिया जाए.
हालांकि पिछले साल के मुकाबले इस साल भी कुछ खासा बदलाव देखने को नहीं मिल रहा है. क्योंकि मौजूदा वक्त में मलेरिया विभाग के पास एक भी फॉगिंग मशीन काम नहीं कर रहीं है, तो किस तरह से मच्छरों को मारने के लिए दवा का छिड़काव किया जाएगा और कैसे नगर पालिका और मलेरिया विभाग समन्वय बना कर इन गंभीर बीमारियों से निपटेगी.
पन्ना के कई वार्डों में गंदगी का अंबार हमेशा ही पड़ा रहता है. वार्डवासियों का कहना है कि साफ-सफाई के नाम पर नगर पालिका कोई सुनवाई नहीं करती. वहीं मलेरिया अधिकारी एम.एल. रावत का कहना है कि उनके द्वारा कई बार वरिष्ठ अधिकारियों को इस मामले की जानकारी दी गई है. जिसके बाद उनकी तरफ से सिर्फ आश्वासन दिया गया है कि जल्द ही फॉगिंग मशीन की व्यवस्था की जाएगी.