पन्ना। सरकारी अधिकारी और कर्मचारी ही जब नियमों का पालन नहीं करेंगे तो आवाम क्या खाक करेगी. नगर के प्रमुख कार्यालयों जैसे कलेक्ट्रेट, जिला चिकित्सालय और तहसील कार्यालय कार्यालय में जब ईटीवी भारत ने साफ-सफाई का जायजा लिया तो ज्यादातर कार्यालयों की दीवारें बिना पान के पीकों से रंगी पड़ी मिली.
कार्यालयों के सामने की दीवार पान और गुटखें की पीकों से रंगी पड़ी दिखी, जबकि उन्हीं दीवारों पर नहीं थूकने के इश्तिहार वाले स्लोगन लिखे गए हैं. यहां तक की नोटिस बोर्ड पर नोटिस भी चस्पा है कि थूकना मना है और थूकने पर जुर्माना वसूलने की चेतावनी के बावजूद चिराग तले अंधेरा है.
यही हाल सरकारी कार्यालयों के शौचालयों का भी है. नगर निगम के शौचालयों में चारों ओर गंदगी फैली है. गुटखे के पाउच और पॉलीथिन पड़ी है, ये बताता है कि कई दिनों से नगर पालिका के शौचालयों की सफाई नहीं हुई है. इस संबंध में जब जिम्मेदारों से बात करनी चाही तो सब बचते नजर आए. साथ ही जुर्माने कितने लोगों पर किये गए, ये भी कोई बताने को तैयार नहीं है.