पन्ना। कोरोना संकट के दौर में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की मनमानी और लापरवाही पन्ना के लोगों के लिए मुसीबत बनती नजर आ रही है. जिला चिकित्सालय में उन डाक्टरों व स्टाफ को ड्यूटी करते देखा गया, जो कुछ दिन पूर्व कोरोना पॉजिटिव मरीजों का उपचार कर रहे थे. इसके साथ ही कोरोना पॉजिटिव एक मरीज को जनरल वार्ड में भर्ती करने की भी बड़ी लापरवाही कुछ दिन पूर्व ही देखने को मिली थी. इन तमाम लापरवाहियों के सामने आने के बाद अब कोविड केयर सेंटर को ही स्थाानांतरित किए जाने की मांग उठने लगी है.
NSUI कार्यकर्ताओं ने एक ज्ञापन सौंपकर मांग की है कि, कोविड केयर सेंटर को आबादी क्षेत्र से बाहर बनाया जाए. हालांकि पन्ना में कुल 21 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिल चुके हैं, जिनमें एक स्टाफ नर्स भी शामिल है. इन मरीजों में अब महज दो करोना के एक्टिव केस ही पन्ना जिले में हैं, लेकिन जिला चिकित्सालय में कोविड केयर सेंटर बना देने की वजह से अन्य बीमारियों के मरीजों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
आपको बता दें कि, पन्ना जिला चिकित्सालय हमेशा ही अपनी लापरवाहियों की वजह से सुर्खियों में बना रहता है, जिम्मेदार मामले में मूकदर्शक बने रहते हैं. हालांकि सीएमएचओ के द्वारा जल्द ही पन्ना जिले को कोरोना मुक्त होने की बात की जा रही है. लेकिन फिर भी जिला चिकित्सालय पन्ना में अन्य बीमारियों के मरीजों को काफी मशक्कत करनी पड़ती है. इसके साथ ही उनके अंदर कोरोना वायरस को लेकर डर भी बना रहता है.