पन्ना। अचानक आए मौसम में बदलाव ने किसानों की चिंताएं बढ़ा दी हैं. पन्ना जिले में किसानों की फसल खड़ी हुई है और खासकर सब्जी की खेती करने वाले किसानों की फसल को अधिक नुकसान हो रहा है. पन्ना में कोहरे और बूंदा-बांदी से फसलें ज्यादा खराब हुई हैं.
पन्ना में अचानक बदला मौसम, अन्नदाता हुए परेशान
प्रदेश में लगातार बदल रहे मौसम के मिजाज के चलते किसानों के माथे पर चिंता कि लकीरे खिच गई है. पन्ना जिले के किसान भी बदलते मौसम से परेशान है. दरअसल मौसम में आए अचानक बदलाव के कारण किसानों कि लगाई गई भटा, टमाटर, मिर्ची जैसी सबजियों कि फसलें खराब हो गई हैं.
अन्नदाता फिर हुए परेशान
पन्ना। अचानक आए मौसम में बदलाव ने किसानों की चिंताएं बढ़ा दी हैं. पन्ना जिले में किसानों की फसल खड़ी हुई है और खासकर सब्जी की खेती करने वाले किसानों की फसल को अधिक नुकसान हो रहा है. पन्ना में कोहरे और बूंदा-बांदी से फसलें ज्यादा खराब हुई हैं.
Intro:पन्ना।
एंकर :- पन्ना में अचानक आये मौसम में बदलाव ने किसानों की चिंताएं बढ़ा दी है। पन्ना जिले में किसानों की फसल खड़ी हुई है और खासकर सब्जी की खेती करने वाले किसानों की फसल को अधिक नुकसान हो रहा है। पन्ना में ठंड के साथ-साथ कोहरे ने और बूंदा बांदी ने फसल को खराब करने में एहम भूमिका निभाई है।
Body:किसानों का कहना है कि ठंड और कोहरे की वजह से भटा, टमाटर, मिर्ची आदि सब्जियों के पेड़ पूरे तरीके से मार गये है भटे के पेड़ ठंड में नीचे गिर गए है इसके साथ ही मिर्च के पेड़ भी खराब हो गए है। इन सब्जियों के आधे से अधिक फसल बर्बाद हो गए है जिससे किसानों की चिंताएं बढ़ गई है।
Conclusion:आपको बता दे कि मौसम में लगातार ओला-पाला एवं रात्रि में तापमान में गिरावट से पपीता, पान बरेजा, आलू, टमाटर और बैगन मटर की खेती करने वाले किसानों को ज्यादा नुकसान की आशंका है। उद्यानिकी विभाग के द्वारा भी किसानों कप फसलो की सुरक्षा के लिए सलाह दी जा रही है। इसके साथ है किसानों की हुई फसलो की बर्बादी के बाद अब किसानों कप सरकार से आस है।
बाईट :- 1 रामप्यारी (महिला किसान)
बाईट :- 2 गोपाल कुशवाहा (किसान)
एंकर :- पन्ना में अचानक आये मौसम में बदलाव ने किसानों की चिंताएं बढ़ा दी है। पन्ना जिले में किसानों की फसल खड़ी हुई है और खासकर सब्जी की खेती करने वाले किसानों की फसल को अधिक नुकसान हो रहा है। पन्ना में ठंड के साथ-साथ कोहरे ने और बूंदा बांदी ने फसल को खराब करने में एहम भूमिका निभाई है।
Body:किसानों का कहना है कि ठंड और कोहरे की वजह से भटा, टमाटर, मिर्ची आदि सब्जियों के पेड़ पूरे तरीके से मार गये है भटे के पेड़ ठंड में नीचे गिर गए है इसके साथ ही मिर्च के पेड़ भी खराब हो गए है। इन सब्जियों के आधे से अधिक फसल बर्बाद हो गए है जिससे किसानों की चिंताएं बढ़ गई है।
Conclusion:आपको बता दे कि मौसम में लगातार ओला-पाला एवं रात्रि में तापमान में गिरावट से पपीता, पान बरेजा, आलू, टमाटर और बैगन मटर की खेती करने वाले किसानों को ज्यादा नुकसान की आशंका है। उद्यानिकी विभाग के द्वारा भी किसानों कप फसलो की सुरक्षा के लिए सलाह दी जा रही है। इसके साथ है किसानों की हुई फसलो की बर्बादी के बाद अब किसानों कप सरकार से आस है।
बाईट :- 1 रामप्यारी (महिला किसान)
बाईट :- 2 गोपाल कुशवाहा (किसान)