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शुद्ध के लिए युद्ध पन्ना में फ्लॉप, दूध की बढ़ी कीमत का मामला पहुंचा अदालत

पन्ना में दूध की बढ़ी कीमतों पर प्रशासन की चुप्पी के चलते वकील राजीव दीक्षित ने लोक अदालत में इस मामले को पेश किया है. जिसकी सुनवाई 25 जनवरी को होगी.

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Published : Dec 18, 2019, 5:03 PM IST

Updated : Dec 18, 2019, 5:40 PM IST

Case presented in court against high milk prices in Panna
शुद्ध के लिए युद्ध

पन्ना। जिले में दूध विक्रेताओं के हड़ताल पर जाने के बाद मनमाने तरीके से बढ़ाई गई दूध की कीमतों और उसकी गुणवत्ता को लेकर जिला प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया. जिसके बाद आम जनता की समस्या और जनहित से जुड़े इस मामले को वकील राजीव दीक्षित ने लोक अदालत के समक्ष प्रस्तुत किया. इस मामले में न्यायाधीश अनुराग द्विवेदी की अदालत में 25 जनवरी को सुनवाई होगी.

शुद्ध के लिए युद्ध पन्ना में फ्लॉप

नगर के दूध विक्रेताओं ने हड़ताल कर मनमाने तरीके से दूध की कीमतें 40 से बढ़ाकर 55 रुपये प्रति लीटर कर दी थी. एकदम से दूध की कीमतें बढ़ाए जाने को लेकर सबसे अधिक असर गरीब तबके के लोगों पर पड़ रहा है.

वकील राजीव दीक्षित ने बताया कि आम जनता से जुड़ी जन समस्या को लेकर जिला प्रशासन की संवेदनहीनता को लेकर उन्होंने मामले की लोकोपयोगी अदालत में रखा है. उनका आरोप है कि जनता को शुद्ध और सस्ता दूध मिले, इसके लिए जिला प्रशासन तनिक भी गंभीर नहीं दिखाई दे रहा है.

पन्ना। जिले में दूध विक्रेताओं के हड़ताल पर जाने के बाद मनमाने तरीके से बढ़ाई गई दूध की कीमतों और उसकी गुणवत्ता को लेकर जिला प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया. जिसके बाद आम जनता की समस्या और जनहित से जुड़े इस मामले को वकील राजीव दीक्षित ने लोक अदालत के समक्ष प्रस्तुत किया. इस मामले में न्यायाधीश अनुराग द्विवेदी की अदालत में 25 जनवरी को सुनवाई होगी.

शुद्ध के लिए युद्ध पन्ना में फ्लॉप

नगर के दूध विक्रेताओं ने हड़ताल कर मनमाने तरीके से दूध की कीमतें 40 से बढ़ाकर 55 रुपये प्रति लीटर कर दी थी. एकदम से दूध की कीमतें बढ़ाए जाने को लेकर सबसे अधिक असर गरीब तबके के लोगों पर पड़ रहा है.

वकील राजीव दीक्षित ने बताया कि आम जनता से जुड़ी जन समस्या को लेकर जिला प्रशासन की संवेदनहीनता को लेकर उन्होंने मामले की लोकोपयोगी अदालत में रखा है. उनका आरोप है कि जनता को शुद्ध और सस्ता दूध मिले, इसके लिए जिला प्रशासन तनिक भी गंभीर नहीं दिखाई दे रहा है.

Intro:पन्ना।
एंकर :- दूध विक्रेताओं द्वारा हड़ताल करने के बाद मनमाने तरीके से बढ़ाई गई दूध की कीमतों और उसकी गुणवत्ता को लेकर उठ रहे सवालों पर जिला प्रशासन और जनप्रतिनिधियों द्वारा ध्यान नहीं दिया गया इससे आम जनता की समस्या और जनहित से जुड़े इस मामले को वकील राजीव दीक्षित ने लोकोपयोगी लोक अदालत में रखा है मामले में न्यायाधीश अनुराग द्विवेदी की अदालत में आगामी 25 जनवरी को सुनवाई की जाएगी गौरतलब है कि करीब एक पखवाड़े पूर्व नगर के दूध विक्रेताओं ने हड़ताल कर के मनमाने तरीके से दूध की कीमतें 40 से बढ़ाकर 55 और 60 रुपये प्रति लीटर कर दी थी एकदम से दूध की कीमतें 15 से 20 रुपये बढ़ाए जाने को लेकर सबसे अधिक असर गरीब तबके के लोगों के ऊपर पड़ा है।


Body:मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए यह बड़ी बढ़त है उन्हें अब प्रतिमाह 500 से 700 रुपये अधिक खर्च करने पड़ेंगे वकील राजीव दीक्षित ने बताया कि आम जनता से जुड़ी जन समस्या को लेकर जिला प्रशासन की संवेदनहीनता को लेकर उन्होंने मामले की लोकोपयोगी लोक अदालत में रखा है जिसमें आगामी 25 जनवरी को पेशी की तिथि नियत की गई है न्यायाधीश अनुराग द्विवेदी सुनवाई करेंगे उनका आरोप है कि जनता को शुद्ध और सस्ता दूध मिले इसके लिए जिला प्रशासन तनिक भी गंभीर नहीं दिखाई दे रहा है इसके साथ ही प्रति लीटर 15 से 20 रुपये तक दूध की कीमतें बढ़ाने वाले दूध विक्रेता और डेयरी संचालक जनता को यह नही बता रहे हैं कि दूध कितना शुद्ध है। न ही इसका कोई मापदण्ड है।


Conclusion:इसके साथ ही जहां पन्ना में कुपोषण से मुक्ति के लिए अभियान चलाया जा रहा है लेकिन कुपोषण से लड़ने के लिए दूध ही सबसे बड़ा हथियार है यदि अंतिम छोर पर खड़े लोगों के बच्चों के मुंह से ही दूध छीन लिया गया तो कुपोषण कैसे मिट पायेगा गरीब परिवारों को दूध नहीं मिल पा रहा है तो फिर कुपोषण दूर करने के लिए चलाए जा रहे सभी अभियान बेमानी साबित होंगे।
बाईट :- 1 जगदीश (दुकानदार)
बाईट :- 2 कर्मवीर शर्मा (क्लेक्टर पन्ना)
बाईट :- 3 राजेश दिक्षित (एडवोकेट)
Last Updated : Dec 18, 2019, 5:40 PM IST
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