निवाड़ी। निवाड़ी जिला मुख्यालय स्थित विश्राम गृह में प्रेस वार्ता में जिला पंचायत सदस्य रोशनी यादव ने बताया कि सनातन संस्कृति में संत परंपरा सदैव ही लोगों की धार्मिक आस्था का केन्द्र बिंदु रही है. सतयुग से लेकर कलयुग तक ऋृषि मुनि और साधु संत सदैव ही हमें धर्म का पालन करने और ईश्वर की कृपा पाने का मार्ग प्रशस्त करते आए हैं. जब-जब धर्म का क्षरण हुआ है, ईश्वर की अनुकंपा से साधु संतों ने लोगों को धर्म का रास्ता दिखाया है. (Orchha Dham)
धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री का इंतजार: बागेश्वर पीठाधीश्वर महाराज धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने सनातन परंपरा को बनाए रखने और सभी भेदभावों को मिटाकर धर्म की पताका फहराने का काम किया है. आज उनके मुखारबिंद से निकला हर शब्द कोटि-कोटि धर्मप्रेमियों को आस्था और भक्ति का मार्ग दिखा रहा है. उन्होंने कहा कि आज मुझे ये बताते हुए हर्ष हो रहा है कि 29 जून को राम राजा की नगरी ओरछा धाम में संत सम्मेलन एवं दिव्य आशीर्वचन का आयोजन होने जा रहा है. इस धार्मिक समागम में बागेश्वर पीठाधीश्वर धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री रहेंगे.
हिंदू सनातन संस्कृति पर जोर: इस कार्यक्रम को 29 जून को हेलीपैड ग्राउंड सुनिश्चित किया गया है, ताकि हम हिंदू सनातन संस्कृति को भी बढ़ावा दे पाएं. जिससे हमारे संत शिरोमणि सुरक्षित महसूस करें और उनके सानिध्य में रहकर आगे बढ़ें. जो आज युवा पीढ़ी इधर-उधर भटकती है और अपने रास्तों को बुराइयों की ओर ले जाती है. हम अपनी संस्कृति सनातन परंपरा से जुड़कर के गीता भगवत गीता रामायण रामचरितमानस का पाठ और अपने विवेक को अपने रखते हुए कार्य करें, ताकि हम समाज की बुराइयों से दूर रहें.