नीमचः जिले में ब्लैक ऑयल को फिल्टर कर बायो डीजल के नाम से सिंथेटिक डीजल बेचने की शिकायत पर प्रशासन ने हाईवे पर स्थित नाकोड़ा लुब्रीकेंट फैक्ट्री पर छापामार कार्रवाई की. मौके पर पहुंचकर जब ऑयल की सैंपलिंग की गई तो वह सिंथेटिक डीजल निकला. फिलहाल प्रशासनिक टीम ने फैक्ट्री को सील कर दिया है.
बायो डीजल बेचने की मिली थी शिकायत
खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग ने छह घंटे की कार्रवाई के बाद नाकोड़ा लुब्रिकेंट फैक्ट्री को सील किया. जिले में बायो डीजल बेचने की शिकायत मिलने पर कलेक्टर मयंक अग्रवाल ने खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति अधिकारी को निर्देश दिए थे. इस पर अमल करते हुए खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति अधिकारी के नेतृत्व में टीम गठित की गई. टीम ने रामपुरा, मनासा, जावद में कार्रवाई करते हुए छह पेट्रोल पंपों की जांच की. जांच में मिलावट मिलने पर आपूर्ति विभाग ने पंचनामा बनाकर छह पेट्रोल पंपों को सील कर दिया. बताया जा रहा है कि तीन दिन पहले नागदा में प्रशासन को बायो डीजल बेचने की शिकायत मिली थी. संचालक ने बताया कि डीजल नीमच की श्री साईं ट्रेडर्स को सप्लाई होता है.
जांच में फेल निकलने सैंपल
शिकायत पर उज्जैन प्रशासन ने श्री साईं ट्रेडर्स के खिलाफ मामला दर्ज कर टीम को रवाना किया. टीम में एसडीएम, तहसीलदार, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति अधिकारी को शामिल किया गया. टीम ने फर्म संचालक मोहित बंसल निवासी भीलवाड़ा की उपस्थिति में जांच की. इस दौरान 12 सैंपल लिए गए, जो जांच में फेल निकल. शाम करीब पांच बजे फैक्ट्री को सील कर दिया गया.
प्रशासन लगातार कर रहा कार्रवाई
शिकायत मिलने पर नीमच कलेक्टर अग्रवाल ने टीम का गठन किया. टीम ने सबसे पहली कार्रवाई 22 मार्च को रामपुरा व मनासा में की थी. रामपुरा में मनासा रोड पर आईटीआई कॉलेज के पास स्थित श्री साईं ट्रेडर्स पर जांच की. जहां बायो डीजल के नाम से सिंथेटिक डीजल बेचा जा रहा था. बताया जा रहा है कि पेट्रोल पंप चार साल पहले रामपुरा निवासी व्यक्ति ने शुरू किया था. डीजल की सेल कम होने पर भीलवाड़ा निवासी मोहित बंसल ने लीज पर लेकर संचालन शुरू किया था. जहां डीजल की आड़ में सिंथेटिक डीजल बेचा जा रहा था.
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फिल्टर कर बेचते थे काला तेल
मिली जानकारी के मुताबिक ब्लैक ऑइल 15 रुपये लीटर में खरीदते थे. इसके बाद इसे फिल्टर केर बेचा जाता था. इस ऑयल को फिल्टर कर 200 से 250 रुपये लीटर में बेचते थे. खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति अधिकारी जांगड़े ने बताया जांच के दौरान कई अनियमितताएं मिली हैं. यहां लगे टैंकों से मिनरल्स ऑयल, बेस ऑयल, काला ऑयल फिल्टर कर तैयार किया. ऑयल के तीन-तीन सैंपल लिए गए. जिले में इस तरह का पहला मामला है. इसकी जांच कहां होगी, इस संबंध में कलेक्टर से मार्गदर्शन लेकर सैंपल संबंध लैब में जांच के लिए भेजे जाएंगे.