नीमच। कोरोना के चलते किए गए लॉकडाउन के कारण हर छोटे-बड़े व्यवसाय पूरी तरह से ठप हो गए हैं. वहीं शादी के सीजन में फोटोग्राफी करने वाले फोटोग्राफरों के सामने भी आर्थिक संकट की स्थिति पैदा हो गई है, जिसे लेकर जिले के फोटोग्राफरों ने जिलाधीश से मुलाकात की और अपनी परेशानी बताई.
जिलाधीश से बातचीत के दौरान फोटोग्राफरों ने बताया कि लॉकडाउन के कारण पिछले दो महिनों से फोटोग्राफर की दुकानें पूरी तरह से बंद हैं. वहीं कोरोना के चलते शादी का सीजन भी पूरा निकल गया और कोई शादी नहीं हो रही है. जिसके कारण सभी फोटोग्राफर परेशान हैं. वहीं नीमच में नियमों के साथ दुकानों को खोलने के आदेश दिए गए हैं, वहीं उनकी मांग है कि इसमें फोटो स्टूडियों को भी शामिल किया जाए.
फोटोग्राफर जिलाधीश से मिलने के बाद विधायक दिलीप सिंह के पास अपनी समस्या को लेकर उनसे मिलने उनके घर पहुंचे. फोटोग्राफर शशिकांत दुबे ने बताया कि फोटोग्राफरों के कमाने के सीजन यानी शादी के दौरान कोरोना ने दस्तक दे दी, जिसके चलते सारा धंधा चौपट हो गया है. फोटोग्राफरों का कहना है कि शादी के सीजन मतबल 4-5 महीने में इन लोगों की कमाई हो जाती थी, लेकिन इस सीजन में कोई शादी भी नहीं हुई, जिससे फोटोग्राफर की माली हालत खस्ता है.
फोटोग्राफर शशिकांत दुबे ने बताया कि कलेक्टर कार्यालय से जारी आदेश में स्टूडियो व्यवसाय की दुकानों को भी खोलने की अनुमति दी जाए. इसमें उन्होंने बताया की आने वाले दिनों में छात्रों की परिक्षाएं शुरु होने वाली हैं, जिसमें उन्हें पासपोर्ट साइज की फोटो की जरूरत होती है, वहीं बैंकों के काम में भी फोटो की आवश्यकता होती है.
फोटो की दुकानें बंद होने से लोगों के कई प्रकार के काम अटके हुए हैं, इसलिए फोटो स्टूडियो को भी आवश्यक सेवाओं में शामिल कर खोलने की अनुमति दी जाए. साथी ही एसोसिएशन ने कलेक्टर को बताया कि वो सोशल डिस्टेंसिंग और प्रशासन ने जो भी नियम जारी किए हैं, उनका पूरा पालन करेंगे. इस मामले में कलेक्टर और विधायक ने फोटोग्राफर को आश्वासन दिया है कि आगामी बैठक में स्टूडियो को भी शामिल कर व्यवसाय की अनुमति दी जाएगी.