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ओमीक्रॉन संक्रमण को दावत देती लापरवाही! एमपी से सटे राजस्थान सीमा पर कोई रोक-टोक नहीं

विदेश यात्रा कर भोपाल लौटे 2 लोगों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद ओमीक्रॉन संदिग्ध मानते हुए आइसोलेशन में रखा गया है, दोनों के सैंपल जीनोम सीक्वेंसिग के लिए भेज दिया गया है. इससे पहले जबलपुर में एक शादी में शामिल होने पहुंचे जर्मन युवक की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है. प्रदेश में विदेश से आए तीन लोग अब तक संक्रमित मिल चुके हैं. वहीं पूरे प्रदेश में पिछले 24 घंटे में 16 नए कोरोना मरीज मिले हैं. इसके बावजूद लापरवाही थमने का नाम नहीं ले रही है, पड़ोसी राज्यों से सटी सीमा पर जांच-निगरानी (Omicron variant of corona pandemic no testing) न के बराबर है.

Omicron variant of corona pandemic no testing on border with neighboring states due to negligence of administration
एमपी से सटे राजस्थान में पहुंचा ओमीक्रॉन
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Published : Dec 8, 2021, 10:10 AM IST

Updated : Dec 8, 2021, 12:30 PM IST

नीमच। ओमीक्रॉन वैरिएंट के खतरे से हर कोई सहमा हुआ है, स्वास्थ्य विभाग इस संकट से निपटने के लिए तैयारियों में लगा है, जिन राज्यों में ओमीक्रॉन की दस्तक हुई है, उसके आसपास के राज्यों के भी कान खडे़ हो जाते हैं, ठीक ऐसा ही एमपी के साथ भी है. एमपी के पड़ोसी राज्य राजस्थान में एक दिन में ओमीक्रॉन के 9 मरीज मिलने के बाद सीमा से सटे जिलों में अलर्ट जारी किया गया है, नीमच जिले की सीमा राजस्थान से सीधे जुड़ी है, आर्थिक, सामाजिक व राजनीतिक गतिविधियों के चलते करीब 10 हजार से ज्यादा लोगों का आवागमन होता है. इस समय बॉर्डर पार करने वालों की जांच व निगरानी (Omicron variant of corona pandemic no testing) जरूरी है, लेकिन अभी तक ऐसी कोई व्यवस्था नहीं की गई है. लगता है जिले में संक्रमण की दस्तक का इंतजार किया जा रहा है.

एमपी से सटे राजस्थान में पहुंचा ओमीक्रॉन

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पिछली लापरवाही से भी नहीं जागा जिला प्रशासन

कोरोना के नये वैरिएंट का दायरा बढ़ता जा रहा है, पड़ोसी राज्यों में संक्रमण आ चुका है. खतरा यह है कि अब प्रदेश में प्रवेश न कर ले. नीमच जिले की सीमा तीन स्थानों पर राजस्थान से मिलती है, जिस तेजी से राजस्थान में कोरोना संक्रमण फैल रहा है, जिले में अभी से सुरक्षा के उपाय करना आवश्क हो गया है. नीमच में सबसे पहले कोरोना की एंट्री राजस्थान के रास्ते ही हुई थी, पहली बार जो 4 लोग संक्रमित मिले थे, उनकी कॉन्टैक्ट हिस्ट्री में राजस्थान में रिश्तेदार से मिलना सामने आया था. अभी भी राजस्थान से लोगों को आना जारी है, लेकिन कोई रोका-टोकी नहीं हो रही है. रोजाना बस-ट्रेन व निजी वाहनों से भी 5000 से ज्यादा लोग आवाजाही कर रहे हैं, जिले से जुड़े नयागांव, निम्बाहेड़ा रोड व सिंगोली-कोटा मार्ग स्थित बॉर्डर पर कोई तैनाती नहीं है, न कोई जांच व निगरानी (no testing on border with neighboring states due to negligence of administration) का इंतजाम है. सामान्य रूप से लोगों का आवागमन जारी है. कलेक्टर मयंक अग्रवाल का कहना है कि फिलहाल राज्य सरकार का बॉर्डर सील करने का कोई आदेश नहीं है. हां, टेस्टिंग की प्रक्रिया जरूर चल रही है.

अब लागू हो करनी चाहिए मास्क की अनिवार्यता

कोरोना की तीसरी लहर की आहट के बीच नीमच जिले में संक्रमण फैलने से पहले रोकने के सभी उपाय करना आवश्यक है, कलेक्टर मयंक अग्रवाल ने बताया कि वे मास्क की अनिवार्यता को लेकर आदेश जारी करेंगे. पहले लोगों को मास्क के बारे में जागरूक करेंगे, इसके बाद सख्ती से पालन कराने के लिए चालानी कार्रवाई की जाएगी, टीकाकरण पर अधिक ध्यान दिया जा रहा है, एक बार फिर वालेंटियर्स घर-घर पहुंचकर टीकाकरण का लक्ष्य पूरा करेंगे, नीमच में करीब 20 हजार लोग बचे हैं, जिन्हें दूसरा डोज लगाया जाना शेष है. इस लक्ष्य को पूरा करने पर जोर दिया जाएगा.

नीमच। ओमीक्रॉन वैरिएंट के खतरे से हर कोई सहमा हुआ है, स्वास्थ्य विभाग इस संकट से निपटने के लिए तैयारियों में लगा है, जिन राज्यों में ओमीक्रॉन की दस्तक हुई है, उसके आसपास के राज्यों के भी कान खडे़ हो जाते हैं, ठीक ऐसा ही एमपी के साथ भी है. एमपी के पड़ोसी राज्य राजस्थान में एक दिन में ओमीक्रॉन के 9 मरीज मिलने के बाद सीमा से सटे जिलों में अलर्ट जारी किया गया है, नीमच जिले की सीमा राजस्थान से सीधे जुड़ी है, आर्थिक, सामाजिक व राजनीतिक गतिविधियों के चलते करीब 10 हजार से ज्यादा लोगों का आवागमन होता है. इस समय बॉर्डर पार करने वालों की जांच व निगरानी (Omicron variant of corona pandemic no testing) जरूरी है, लेकिन अभी तक ऐसी कोई व्यवस्था नहीं की गई है. लगता है जिले में संक्रमण की दस्तक का इंतजार किया जा रहा है.

एमपी से सटे राजस्थान में पहुंचा ओमीक्रॉन

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पिछली लापरवाही से भी नहीं जागा जिला प्रशासन

कोरोना के नये वैरिएंट का दायरा बढ़ता जा रहा है, पड़ोसी राज्यों में संक्रमण आ चुका है. खतरा यह है कि अब प्रदेश में प्रवेश न कर ले. नीमच जिले की सीमा तीन स्थानों पर राजस्थान से मिलती है, जिस तेजी से राजस्थान में कोरोना संक्रमण फैल रहा है, जिले में अभी से सुरक्षा के उपाय करना आवश्क हो गया है. नीमच में सबसे पहले कोरोना की एंट्री राजस्थान के रास्ते ही हुई थी, पहली बार जो 4 लोग संक्रमित मिले थे, उनकी कॉन्टैक्ट हिस्ट्री में राजस्थान में रिश्तेदार से मिलना सामने आया था. अभी भी राजस्थान से लोगों को आना जारी है, लेकिन कोई रोका-टोकी नहीं हो रही है. रोजाना बस-ट्रेन व निजी वाहनों से भी 5000 से ज्यादा लोग आवाजाही कर रहे हैं, जिले से जुड़े नयागांव, निम्बाहेड़ा रोड व सिंगोली-कोटा मार्ग स्थित बॉर्डर पर कोई तैनाती नहीं है, न कोई जांच व निगरानी (no testing on border with neighboring states due to negligence of administration) का इंतजाम है. सामान्य रूप से लोगों का आवागमन जारी है. कलेक्टर मयंक अग्रवाल का कहना है कि फिलहाल राज्य सरकार का बॉर्डर सील करने का कोई आदेश नहीं है. हां, टेस्टिंग की प्रक्रिया जरूर चल रही है.

अब लागू हो करनी चाहिए मास्क की अनिवार्यता

कोरोना की तीसरी लहर की आहट के बीच नीमच जिले में संक्रमण फैलने से पहले रोकने के सभी उपाय करना आवश्यक है, कलेक्टर मयंक अग्रवाल ने बताया कि वे मास्क की अनिवार्यता को लेकर आदेश जारी करेंगे. पहले लोगों को मास्क के बारे में जागरूक करेंगे, इसके बाद सख्ती से पालन कराने के लिए चालानी कार्रवाई की जाएगी, टीकाकरण पर अधिक ध्यान दिया जा रहा है, एक बार फिर वालेंटियर्स घर-घर पहुंचकर टीकाकरण का लक्ष्य पूरा करेंगे, नीमच में करीब 20 हजार लोग बचे हैं, जिन्हें दूसरा डोज लगाया जाना शेष है. इस लक्ष्य को पूरा करने पर जोर दिया जाएगा.

Last Updated : Dec 8, 2021, 12:30 PM IST
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