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सिंथेटिक दूध को लेकर सरकार सख्त, लेकिन खाद्य विभाग नहीं दे रहा ध्यान

नीमच में पिछले दिनों सिंथेटिक दूध मिलने के बाद सरकार ने सख्ती के संकेत दिए थे. लेकिन जिला प्रशासन सुस्त पड़ा है.

सिंथेटिक दूध को लेकर सरकार सख्त
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Published : Jul 23, 2019, 10:26 PM IST

नीमच| पिछले दिनों सिंथेटिक दूध मिलने के बाद शासन ने सख्ती के संकेत दिए थे. लेकिन जिला प्रशासन सुस्त पड़ा है. खाद्य एवं औषधि विभाग के वरिष्ठ अधिकारी को तो ये तक पता नहीं है कि उनके विभाग में चल क्या रहा है. दुकानों से दूध और पनीर के सैम्पल लिए जा चुके हैं, लेकिन अधिकारी अनजान हैं. हालात ये हैं कि विभाग में इस बात का आंकड़ा तक उपलब्ध नहीं है कि जिले में कितनी डेयरी संचालित हैं. कितने दूध विक्रेता प्रतिदिन बाइक और अन्य माध्यमों से दूध बेंचने जाते हैं.

सिंथेटिक दूध को लेकर सरकार सख्त

खाद्य एवं औषधि विभाग का काम है कि जो भी खाद्य सामग्री खुले में बिक रही है उसकी समय-समय पर जांच करना. जिले में एक जनवरी से 20 जुलाई तक मात्र छह दुकानों से जांच के सैम्पल लिए गए हैं. 17 जून 2019 को लिया गया गाय-भैंस के मिश्रित दूध का सैम्पल अमानक पाया गया था. जिसके बाद अधिकारियों ने संबंधित को नोटिस जारी करने की बात कही है.

वहीं पिछले साल विभाग की ओर से नीमच, जावद और सिंगोली में दुकानों से बर्फी और घी के नमूने लिए गए थे. 24 अगस्त 2018 से एक नवंबर 2018 के बीच सात दुकानों से सैम्पलिंग की गई थी. इनमें से शानू मिष्ठान भंडार से लिया गया बर्फी का नमूना अमानक पाया गया था. सिंगोली स्थित मिष्ठान भंडार से लिया घी का सैम्पल अमानक निकला था. बाकी दुकानों से लिए गए सैम्पल मानक स्तर के पाए गए थे.

नीमच| पिछले दिनों सिंथेटिक दूध मिलने के बाद शासन ने सख्ती के संकेत दिए थे. लेकिन जिला प्रशासन सुस्त पड़ा है. खाद्य एवं औषधि विभाग के वरिष्ठ अधिकारी को तो ये तक पता नहीं है कि उनके विभाग में चल क्या रहा है. दुकानों से दूध और पनीर के सैम्पल लिए जा चुके हैं, लेकिन अधिकारी अनजान हैं. हालात ये हैं कि विभाग में इस बात का आंकड़ा तक उपलब्ध नहीं है कि जिले में कितनी डेयरी संचालित हैं. कितने दूध विक्रेता प्रतिदिन बाइक और अन्य माध्यमों से दूध बेंचने जाते हैं.

सिंथेटिक दूध को लेकर सरकार सख्त

खाद्य एवं औषधि विभाग का काम है कि जो भी खाद्य सामग्री खुले में बिक रही है उसकी समय-समय पर जांच करना. जिले में एक जनवरी से 20 जुलाई तक मात्र छह दुकानों से जांच के सैम्पल लिए गए हैं. 17 जून 2019 को लिया गया गाय-भैंस के मिश्रित दूध का सैम्पल अमानक पाया गया था. जिसके बाद अधिकारियों ने संबंधित को नोटिस जारी करने की बात कही है.

वहीं पिछले साल विभाग की ओर से नीमच, जावद और सिंगोली में दुकानों से बर्फी और घी के नमूने लिए गए थे. 24 अगस्त 2018 से एक नवंबर 2018 के बीच सात दुकानों से सैम्पलिंग की गई थी. इनमें से शानू मिष्ठान भंडार से लिया गया बर्फी का नमूना अमानक पाया गया था. सिंगोली स्थित मिष्ठान भंडार से लिया घी का सैम्पल अमानक निकला था. बाकी दुकानों से लिए गए सैम्पल मानक स्तर के पाए गए थे.

Intro:सिंथेटिक दूध मिलने के बाद भी कुंभकर्णीय नींद में अधिकारीBody:*सिंथेटिक दूध मिलने के बाद भी कुंभकर्णीय नींद में अधिकारी*





नीमच. पिछले दिनों सिंथेटिक दूध मिलने के बाद जहां शासन ने सख्ती के संकेत दिए हैं, वहीं जिला प्रशासन सुस्त है। खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी को तो यह तक पता नहीं है कि उनके विभाग में चल क्या रहा है। दुकानों से दूध व पनीर के सेम्पल लिए जा चुके हैं, लेकिन अधिकारी अनजान हैं। हालात यह है कि विभाग में इस बात का आंकड़ा तक उपलब्ध नहीं है कि जिले में कितनी डेयरी संचालित हैं। कितने दूध विक्रेता प्रतिदिन बाइक या अन्य माध्यमों से दूध बचने जाते हैं।

केवल दिखावे के लिए जा रहे सेम्पल

खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग का काम है कि जो भी खाद्य सामग्री खुले में बिक रही है उसकी समय समय पर जांच की जाए। जिले में एक जनवरी से 20 जुलाई तक मात्र छह दुकानों से जांच के लिए सेम्पलिंग की गई है। आश्चर्य की बात है कि विभाग के अधिकारियों को खुली बिकने वाली खाद्य सामग्री की जांच करना चाहिए, लेकिन छह दुकानों में से 3 दूकानों में से दूध के पाउच के नमूने लिए गए। छह जांच में से एक दुकान से लिया गया दूध का सेम्पल मानक स्तर का नहीं पाया गया। 17 जून 2019 को लिया गया गाय-भैंस का मिश्रित दूध का सेम्पल अमानक पाया गया था। संबंधित को नोटिस जारी करने की बात विभाग के अधिकारियों ने की है। पिछले साल विभाग की ओर से नीमच, जावद और सिंगोली में दुकानों से बर्फी और घी के नमूने लिए गए थे। 24 अगस्त 18 से एक नवंबर 18 के मध्य 7 दुकानों से सेम्पलिंग की गई थी। इनमें से शानू मिष्ठान भंडार जावद से लिया गया बर्फी का नमूना अमानक पाया गया था। सिंगोली स्थित जोधपुर मिष्ठान भंडार से लिया घी का सेम्पल अमानक निकला था। जावद बस स्टैंड से ही मिनाक्षी स्वीट्स से लिया गया बर्फी का सेम्पल भी मिथ्याछाप मिला था। शेष 4 दुकानों से लिए गए सेम्पल मानक स्तर के पाए गए थे। सिंगोली की जोधपुर मिष्ठान भंडार से मिले अमानक घी के संबंध में जोधपुर की संबंधित कम्पनी को भी आरोपी बनाया जाएगा।...


बाइट संजीव मिश्रा जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी नीमच
Conclusion:
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