नीमच। मध्य प्रदेश के वन अब जंगली जानवरों के लिए सुरक्षित नहीं रहे हैं. एक तरफ जहां मध्यप्रदेश के जंगलों में चीतो जैसे प्राणियों की बसाहट की जा रही है. वहीं वन्य प्राणी विभाग की लापरवाही के चलते वन क्षेत्र में जंगली जानवरों का शिकार धड़ल्ले से किया जा रहा है. शिकारी क्षेत्र में जंगली जानवरों को अपना निशाना बना रहे हैं. नीमच के रामपुरा के वन क्षेत्र गांधी सागर के वन क्षेत्र से मिले हुए हैं और यहां पर भी तेंदुआ की बसाहट की तैयारी की जा रही है. वहीं इन्हीं क्षेत्रों के आसपास के जंगलों में तेंदुआ का शिकार हो रहा है. अमरपुरा के समीप अज्ञात व्यक्तियों द्वारा गुरुवार की रात फंदा लगाकर तेंदुए का शिकार किया, जिसके चलते तेंदुए की मौत हो गई.
कई लोगों से पूछताछ : तहसील मुख्यालय रामपुरा के समीपस्थ गांव अमरपुरा के समीप अज्ञात व्यक्तियों द्वारा रात में फंदा लगाकर तेंदुए का शिकार किए जाने से वन विभाग में हड़कंप मच गया. सूचना मिलने पर वन विभाग के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे.जानकारी के अनुसार अमरपुरा से केदारेश्वर जाने वाले मार्ग पर स्थित मणिक कृषि फार्म पर अज्ञात व्यक्तियों द्वारा रात में फंदा लगाकर वन्य प्राणी तेंदुए का शिकार किया गया है. वन विभाग के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर पंचनामा बनाया एवं मृत्यु तेंदुए का पोस्टमार्टम करवाया गया. विन विभाग की टीम ने कई लोगों से इस मामले में पूछताछ की. खोजबीन एवं पूछताछ के बाद अधिकारियों द्वारा शक के आधार पर कुछ लोगों को आरोपी बनाया जा रहा है, जिसमें एक व्यक्ति को शक के आधार पर पूछताछ के लिए विभाग के कार्यालय भी लाया गया है. उससे वन विभाग के अधिकारी पूछताछ कर रहे हैं.
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जंगलों में घूम रहे हैं शिकारी : बता दें कि वन्य प्राणियों के मामले में ये मध्यप्रदेश का सौभाग्य है कि यहां के जंगलों में इनकी बहुतायत है. तेंदुए व टाइगर के मामले में मध्यप्रदेश काफी आगे है. टाइगर स्टेट नाम से मशहूर मध्यप्रदेश में अब जंगली जानवरों को मारने के लिए शिकारी लगातार घूम रहे हैं. ये शिकारी टाइगर तक को नहीं छोड़ते. बीते एक साल के अंदर कई टाइगर शिकारियों के शिकार बने हैं. ये शिकारी तेंदुओं को भी नहीं छोड़ते. वन विभाग लगातार शिकारियों पर कार्रवाई करता है लेकिन शिकारियों की हरकतें लगातार प्रकाश में आ रही हैं.