नीमच। कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए लॉकडाउन किया गया है और देश में राज्य और जिले की सीमाएं सील कर रखी हैं. बावजूद इसके एक माह बीत जाने के बाद भी हाईवे और अन्य सड़कों पर मजदूर पैदल चलकर अपने घर जाते नजर आ रहे हैं. ये मजदूर सिर पर सामान रखे हुए हैं और साथ में छोटे-छोटे बच्चे भी हैं.
करीब एक माह से पैदल ही हजारों किलोमीटर की दूरी पार कर राजस्थान के बाडमेर, जोधपुर और जालोर के ग्रामीण क्षेत्रों में मजदूरी करने वाले मजदूर मध्यप्रदेश में चोरी छिपे प्रवेश कर चुके हैं, जबकि मध्यप्रदेश और राजस्थान की सीमाएं सील हैं. शुक्रवार को भी करीब 100 से ज्यादा मजदूरों ने नीमच जिले के मनासा तहसील में प्रवेश किया.
नीमच आए मजदूरों ने बताया है कि हजारों किलोमीटर दूर से पैदल चलकर आ रहे हैं. जोधपुर, बाड़मेर में जहां ये मजदूर काम कर रहे थे उन क्षेत्रों में कार्य बंद हो चुका है. काम बंद होने के बाद ये दिहाड़ी मजदूर बेरोजगार हो गए हैं और ऐसे हालातों में वे सिर्फ घर जाना चाहते हैं. परिवहन साधन नहीं होने से पैदल ही अपने-अपने गांव धार, उन्हेल और झाबुआ की तरफ जा रहे हैं.
सरकार के आदेश हैं कि बिना जांच के किसी को भी जिले से लोगों को बाहर ना जाने दिया जाए फिर भी राजस्थान की सीमा से मजदूरों का ये जत्था बिना किसी जांच के कैसे मध्यप्रदेश सीमा में पहुंच गया.