नीमच। मानासा तहसील का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल होने बाद भी, अस्पताल की स्वास्थ्य सेवाओं बदहाल हैं. यहां मरीज के गंभीर होने पर इलाज की कोई सुविधा नहीं है और न ही कोई इमरजेंसी वार्ड है. जिसके चलते मरीज को नीमच, उदयपुर या अहमदाबाद रेफर कर दिया जाता है. हाल ही में सांप के काटने पर एक महिला को अस्पताल लाया गया, लेकिन जहर उतारने के लिए इंजेक्शन न होने की वजह से प्राथमिक उपचार देकर नीमच रेफर कर दिया गया.
मनासा के शासकीय अस्पताल में कई बार कुत्तों के काटने के मामले सामने आएं हैं, लेकिन इंजेक्शन न होने के कारण मरीजों को प्राइवेट अस्पतालों में इलाज करवाना पड़ता है. वहीं मनासा विधायक ने बैठक में कहा था कि मनासा अस्पताल के हालात में जल्द सुधार किया जाएगा, लेकिन आज तक कोई भी सुधार देखने को नहीं मिला है. वहीं मोकडी में महिला को सांप काटने के बाद मनासा अस्पताल में इलाज न मिलने से परिजनों का कहना है कि यदि महिला को कुछ भी होता है, तो उसकी पूरी जवाबदारी मनासा अस्पताल की होगी.