नीमच। जिले के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल, झरने और प्रकृति की गोद में बसे सुखानंद महादेव में इस वर्ष मेला आयोजित नहीं होगा. कोरोना महामारी के चलते प्रशासन ने ये निर्णय लिया है. यह मेला हर साल पूरे सावन माह चलता है. इस एक माह के मेले में दूर-दूर से भक्त भोलेनाथ के दर्शन करने और अभिषेक लिए आते हैं. लेकिन इस बार कोरोना के कारण मेले के आयोजिन में प्रतिबंध लगा दिया गया है और श्रद्धालुआ की एंट्री पर भी बैन लगा दिया गया है.
शनिवार को आयोजित मंदिर प्रबंधन, जिला प्रशासन और मेला समिति की संयुक्त मीटिंग की गई. जिसमें मेला आयोजन संबंधी सभी निर्णय लिए गए. मीटिंग के दौरान मंदिर समिति के अध्यक्ष और एसडीएम पीएल देवड़ा, एसडीओपी एमएल मोरे, तहसीलदार विवेक कुमार गुप्ता और मंदिर समिति की ओर से प्रबंधक बंशीलाल नागदा, गोपाल चारण के अलावा सरपंच प्रतिनिधि के साथ सचिव ओमप्रकाश पाराशर मौजूद रहे.
बैठक के बाद एसडीएम देवड़ा ने मंदिर का निरिक्षण करते हुए यह भी कहा कि राजस्थान की सीमाओं को भी प्रतिबंधित किया जाएगा. साथ ही मेला अवधि के दौरान भक्तों की आवाजाही पूरी तरह से बंद रहेगी. राजस्थान से जुड़े हिस्से और मंदिर के मुख्य द्वार पर बेरिकेड्स लगाए जाएंगे, इस दौरान केवल मंदिर के पुजारी ही प्रतिदिन पूजा अर्चना और अभिषेक करेंगे.