नीमच। जिले के रामपुरा डूब क्षेत्र के पांच गांवों में गुरुवार को चक्रवाती तूफान के साथ हुई जोरदार बारिश और ओलावृष्टि ने करीब सौ से भी अधिक किसानों की फसल चौपट कर दी है. पूर्व मंडी अध्यक्ष बंशीलाल गुर्जर ने कहा कि क्षेत्र के किसानों की समस्या को लेकर स्थानीय प्रशासन के माध्यम से मुख्यमंत्री को इस विषय से अवगत करवाया जा रहा है. साथ ही शासन से मुआवजे की मांग की जाएगी. फसल बर्बादी को लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधियों में उदासीनता देखी गई है. वहीं कांग्रेस के पदाधिकारी किसानों के बीच पहुंच कर फसल नुकसानी को देख रहे है.
इस साल की आपदा ने फिर इनकी फसलों को चौपट करके रख दिया है. नुकसान की भरपाई के लिये किसान सरकार के फरमान की बांट जोह रहे हैं. पूर्व जनपद एवं कृषि उपज मंडी अध्यक्ष और भाजपा के वरिष्ठ नेता बंशीलाल गुर्जर के गृह ग्राम क्षेत्र नाली ,जोड़मी,थनेड, सोनड़ी व बुरावन में गत गुरुवार को चक्रवाती तूफान के साथ आयी बरसात और ओलावृष्टि किसानों के लिये बर्बादी का मंजर ले कर आई. आपदा में कई पेड़ धराशायी हो गए. अचानक आंधी के साथ आए तूफान से किसान की सौ फीट लम्बी और दस फीट ऊंची मकान की दीवार धराशायी हो गई. साथ ही कई खेतों की तार फेंसिंग के खम्बे भी उखड़ गए.
किसान नेता बंशीलाल गुर्जर ने बताया कि, बारिश ने क्षेत्र के करीब एक सौ से भी अधिक किसानों की लगभग 500 एकड़ खेती की फसलों को चौपट करके रख दिया. वहीं कई संतरे के बगीचों के अलावा खेत की मेड़ों पर लगे करीब डेढ़ सौ पेड़ तूफान के झोकों से धराशायी हो गए. जोड़मी निवासी किसान बाबूलाल बंजारा के निर्माणाधी मकान की दीवार भी जमीदोंज हो गई है.
किसान नेता गुर्जर ने बताया कि आंधी और तूफान के साथ आई बरसात से किसानों के खेत में लगी सोयाबीन, मक्का, उड़द, प्याज की फसलों के अलावा संतरे के बगीचे नष्ट हो गए हैं. फसलों के नुकसान की जानकारी रामपुरा क्षेत्र के तहसीलदार व नायब तहसीलदार को तत्काल दे दी थी. उन्होंने पटवारी को मौके पर भेज कर स्थिति का जायजा ले लिया है. शासन के निर्देश के बाद नुकसानी का आकलन कर पंचनामा बनाया जाएगा. क्षेत्र में लगभग शत प्रतिशत फसलों का नुकसान हो चुका है. कई किसानो की फसलें बर्बाद हो चुकीं हैं.