नीमच। जन्म के बाद कलयुगी मां ने जिस मासूम को कचरे के ढेर पर फेंक दिया था अब उसकी परवरिश सात समुंदर पार होगी. शहर के इंदिरा नगर स्थित वात्सल्य गृह में पल रही अबोध बालिका को एक अमेरिकी दंपित ने गोद लिया है. अमेरिका के मिसिसिपी शहर में रहने वाले एक परिवार को भारत सरकार की वेबसाइट के जरिए अबोध बालिका इशिता के बारे में पता चला. जिसके बाद उन्होंने इस मासूम को गोद लेने की इच्छा जाहिर की है. अबोध बालिका को गोद लेने के अमेरिकी दंपति ने खुशी जाहिर की है.
कचरे की ढेर में मिली थी बच्ची
अमेरिकी दंपति ने कहा कि बच्ची बहुत प्यारी है, उसकी अच्छे से परवरिश की जाएगी. करीब 22 माह पहले मंदसौर जिले में एक सुनसान इलाके में बच्ची कचरे के ढेर पर पड़ी थी. इसकी सूचना स्थानीय लोगों ने पुलिस को दी और अबोध बालिका को आसरा मिला गया. बच्ची को तत्काल हॉस्पिटल में एडमिट किया गया और उसकी जान बच गई. इसके बाद उसे नीचम के इंदिरा नगर स्थित वात्सल्य गृह भेजा गया था.
अब अमेरिका में होगी परवरिश
इसके बाद उसे नीमच के इंदिरा नगर स्थित वात्सल्य गृह भेज दिया गया, जहां अनाथ बच्चों के साथ उसे रखा गया. कुपोषण के शिकार मासूम के बारे में अमेरिका के दंपति को भारत सरकार की वेबसाइट कारा के जरिये पता चला. जिसके बाद अमेरिकी दंपति ने इस मासूम को गोद लेने की इच्छा जाहिर कर दी.
अबोध बालिका को गोद लेने के लिए अमेरिकी दंपति को एक माह पहले नीचम बुलाया गया था. यहां आकर दंपति ने गोद लेने की जरूरी औपचारिकताओं के लिए आवेदन किया. इसके बाद अमेरिका दंपति को दोबारा बुलाया गया और बच्ची को सौंप दिया गया.