नीमच। 2 दिन त्योहारों की छुट्टी और मंडी कर्मचारियों की हड़ताल से 1 सितंबर से बंद कृषि उपज मंडी मंगलवार को खुल गई. आठ दिन बाद खुली कृषि उपज मंडी में लहसुन की बंपर आवक रही. वहीं प्रमुख उपज के भाव में भी गिरावट रहीं, जिससे किसानों को परेशानियों का सामना करना पड़ा.
मंगलवार को मंडी चालू होने के बाद बदनावर तहसील सहित कई गांव एवं जिलों से अपनी उपज लेकर नीमच मंडी पहुंचे.किसान मोहन लाल पटेल ने बताया कि नीमच कृषि उपज मंडी में लहसुन की पांच गाड़ी लेकर आए हैं, लेकिन उनसे भाड़े के नाम पर 20 कट्टे के 700 रुपए वसूले जा रहे हैं.
साथ ही हम्माली भाड़ा भी अधिक वसूला गया है, जबकि उनका कहना है कि प्रदेश की अन्य मंडियों में नीलामी के बाद किसानों से किसी भी प्रकार का भाड़ा नहीं वसूला जाता. उनका कहना है कि नीमच ही एक ऐसी मंडी है जहां किसानों को दोहरी मार झेलनी पड़ रही है.
किसानों ने उपरोक्त समस्या को लेकर मंडी प्रशासन से भी चर्चा की लेकिन कोई स्थाई हल नहीं निकला. उधर कृषि उपज मंडी सचिव सतीश पटेल से चर्चा की गई तो उनका कहना है कि 5 दिन के बाद मंडी आज मंगलवार से प्रारंभ हुई है.
कोरोना को देखते हुए सभी किसानों और व्यापारियों को भी सुरक्षा के लिए निर्देशित किया गया है. जहां तक दाम वसूलने की बात है, तो कृषि उपज मंडी में नियम निर्धारित है. केवल तोल का ही पैसा किसानों को देना है. यदि माल मंडी से बाहर जाता है तो उसका भुगतान किसानों को ही करना है. आज मंगलवार को नीमच कृषि उपज मंडी में गेहूं, सोयाबीन, रायडा, कलौंजी, पोस्ता, मेथी, लहसुन, असगंध सहित कई उपज की आवक है.