बड़वानी: जिला मुख्यालय पर कमीशन की लालच में ऑपरेटर और 108 (सरकारी एम्बुलेंस) वाहन चालक पर मरीजों को निजी अस्पताल में ले जाने का आरोप लगा है. इस मामले के सामने आने के बाद सांसद ने सख्त तेवर दिखाया है. उन्होंने कहा कि इसके खिलाफ लगाम लगना चाहिए. हालांकि कमीशन की शिकायत आने बाद जिला प्रशासन और कई दूसरे संबंधित अधिकारियों ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात की है.
संबंधित संस्थाओं के खिलाफ कार्रवाई की मांग
बीजेपी के राज्यसभा सांसद डॉ. सुमेर सिंह सोलंकी ने कहा कि "कमीशन लेकर 108 और जननी वाहनों से मरीजों को निजी अस्पताल में ले जाने का मामला सामने आया है. यह बहुत गंभीर समस्या है. इसके कथित दुरुपयोग पर लगाम लगना चाहिए. घटना से सम्बंधित अधिकारियों और जिला कलेक्टर को भी आवश्यक निर्देश दे रहे हैं. अगर दोबारा शिकायत आती है तो 108 चालकों और संबंधित संस्थाओं के विरुद्ध सरकार से कार्रवाई की मांग करेंगे."
वीडियो एविडेंस और अन्य प्रमाण होने का दावा
ईटीवी भारत से मनोरमा हॉस्पिटल के डायरेक्टर सुनील शर्मा ने कहा, "हमारे पास इस मामले के कई वीडियो एविडेंस और अन्य प्रमाण मौजूद हैं. जरूरत पड़ने पर हम सबूत जांच समिति को देंगे. मैं मांग करता हूं कि 108 एंबुलेंस और जननी वाहनों के इस तरह की प्रैक्टिस पर रोक लगनी चाहिए. इस सिस्टम को ध्वस्त करना होगा. जो कोई व्यक्ति हमारे व्हाट्सएप नंबर पर 108 और जननी वाहनों को निजी अस्पताल में ले जाने के वीडियो एविडेंस प्रदान करेगा. ऐसा करने वालों को प्रोत्साहन राशि देंगे."
- रिश्वत के लिए ऐसी हठ! धान खरीदी के बदले मांगी घूस,अफसरों ने डांटा तो काम ठप
- रिश्वत बिना काम नहीं कर रहा था पटवारी, जमीन बंटवारा करने मांगी थी घूस, किसान ने सिखाया सबक
निजी अस्पताल के रजिस्ट्रेशन रद्द करने की चेतावनी
फोन से हुई बातचीत में सीएमएचओ डॉ. सुरेखा जमरे ने बताया कि "108 में कमीशन की शिकायत मिलने के बाद तत्काल एक्शन लिया है. निजी अस्पतालों के संचालकों को निर्देश दिए हैं कि बगैर सक्षम स्वीकृति के 108 वाहन से आए मरीजों को अपने अस्पताल में एडमिट न करें. अगर ऐसा करते पकड़े गए तो रजिस्ट्रेशन रद्द करने की कार्रवाई की जाएगी. 108 के डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर और प्रदेश कोऑर्डिनेटर को भी इस बारे में सख्त निर्देश दिये गये हैं." उधर, 108 के जिला और प्रदेश स्तर के अधिकारियों ने कहा है कि जांच के बाद दोषियों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करेंगे.