नरसिंहपुर। जिले में गिरते जलस्तर को देखते हुए कलेक्टर दीपक सक्सेना ने सभी तहसीलों में पेयजल परिरक्षण अधिनियम लागू किया है. इस प्रतिबंध के अंतर्गत जिले में नवीन जलकूप खनन पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा. इधर कलेक्टर का यह आदेश केवल कागजों पर ही नजर आ रहा है. जिले के कई क्षेत्रों में देर रात अवैध रूप सें नलकूप खनन जोरों पर है, लेकिन जिम्मेदार कार्रवाई करने के बजाए चुप्पी साधे बैठे हैं.
जिले के तेंदूखेड़ा ग्रामीण क्षेत्रों में प्रतिबंध के बाद भी बिना किसी रोकटोक के नलकूप खनन का सिलसिला जारी है. लोग प्रशासन के बिना अनुमति के धड़ल्ले से रात के अंधेरे में अवैध तरीके से नलकूप खनन कर रहे हैं. प्रशासन ने जिस भू जल स्तर को बचाने के लिए नलकूप खनन पर प्रतिबंध लगाया था और जिन्हें जिम्मेदारी सौंपी गई है, वे ही इसकी मॉनिटरिंग नहीं कर रहे हैं. अवैध तरीके से चल रहे खनन पर कार्रवाई नहीं करने पर अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं.