नरसिंहपुर। कोरोना वायरस दुनिया भर के देशों के लिए एक चुनौती बना गया है. इस वायरस के कारण लोगों के उद्योग धंधे यहां तक की छोटे बड़े कारखाने, बाजार बद लॉक हो गया है. ऐसे में देश का किसान भी इससे अछूता नहीं है. नरसिंहपुर में बड़े पैमाने पर मक्का की खेती की जाती है. किसानों को आस था कि उनके खून पसीने की मेहनत रंग लाएंगी लेकिन लॉकडाउन की वजह से किसानों की मेहनत डूबती नजर आ रही हैं.
ऐसे ही नरसिंहपुर के झांसी घाट के किसान बसौलीलाल ने हाल सुनाते हुए कहा कि उन्होंने इस उम्मीद से मक्का की फसल लगाई थी कि उन्हें मुनाफा होगा लेकिन मौजूदा हालात उनके पक्ष से बाहर जाते हुए नजर आ रहे हैं. किसान बसौलीलाल ने बताया कि, लगभग दो एकड़ में ढाई से तीन लाख मुनाफा कमाते हैं, लेकिन इस बार लॉकडाउन ने सब चौपट कर दिया है. जिससे उन्हें बेहद नुकसान हुआ है.
लॉकडाउन के कारण स्वीट कॉर्न (मीठा मक्का) के किसानों को बेहद नुकसान होने वाला है क्योंकि ये स्वीट कॉर्न को अब खरीददार नहीं मिल रहे हैं, इन दिनों मार्केट में सबसे तेज रेट में बिकने वाला स्वीट कॉर्न अब किसानों के खेत में लगे-लगे खराब होने लगा है. स्वीट कॉर्न को बाजार नहीं मिल रहे हैं, स्वीट कॉर्न के खरीददार नहीं मिल रहे हैं, जिसके चलते किसानों के चेहरे में चिंता की लकीरें खींची जा रही है.
उन्होंने बताया कि स्वीट कॉर्न जबलपुर नागपुर और अन्य शहरों में भी बिकने जाता था, छोटे व्यापारियों से लेकर फाइव स्टार होटलों में भी इसकी डिमांड रहती थी, लेकिन इस बार स्वीट कॉर्न की डिमांड ही नहीं है, जिसके चलते बेहद नुकसान होने वाला है.