ETV Bharat / state

RSS वाले वेदों पर विश्वास नहीं करते, फिर वो हिन्दू कैसे हो सकते हैं - स्वरूपानंद सरस्वती

शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर निशाना साधा है. उनका कहना है जो वेदों पर विश्वास नहीं करते वो हिंदू कैसे हो सकते है.

author img

By

Published : May 9, 2019, 10:18 PM IST

Updated : May 9, 2019, 10:32 PM IST

स्वरूपानंद सरस्वती का RSS पर निशाना

नरसिंहपुर। हमेशा आपने बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाले शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने एक फिर बड़ा बयान दिया है. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर निशाना साधते हुए स्वरूपानंद सरस्वती का कहना है कि RSS वेदों पर विश्वास नहीं करते और जो वेदों पर विश्वास नहीं रखते है, वो हिन्दू कैसे हो सकते हैं.

स्वरूपानंद सरस्वती का RSS पर निशाना

शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने गोलवरकर द्वारा रचित संघ के ग्रन्थ "विचार नवनीत" को आधार बनाते हुए कहा कि ग्रन्थ में लिखा गया है कि हिंदुओं की एकता का आधार वेद नहीं हो सकता. यदि वेद को हम हिंदुओं की एकता का आधार मानेंगे, तो जैन और बौद्ध हमसे कट जाएंगे, वो भी हिंदू हैं.

साथ ही स्वरूपानंद सरस्वती ने कहा कि वो ये मानते हैं, कि जो वेदों के धर्म-अधर्म पर विश्वास रखता है, वहीं हिंदू है. वेद-शास्त्रों में जो विधिशेध हैं. उनको जो मानता हैं उसी को आस्तिक माना जाता है, और जो आस्तिक होता है वही हिंदू होता है.

शंकराचार्य ने उमा भारती के गंगा सफाई को लेकर सरकारी काम पूरे होने के बयान पर निशाना साधते हुए कहा कि गंगा में प्रस्तावित बांध निरस्त नहीं हुए है और न गंदे नाले, कारखानों का पानी गंगा में मिलना बंद हुआ. मंत्री बनने के बाद काम न होने पर डूबकर मरने की बात तक उमा भारती ने कही थी. स्वरूपानंद का कहना है कि जब आप गंगा कि अविरल धारा बहने नहीं दे रहे और गंदे पानी तक को नहीं रोक पाए तो अब क्या उम्मीद कर सकते हैं.

नरसिंहपुर। हमेशा आपने बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाले शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने एक फिर बड़ा बयान दिया है. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर निशाना साधते हुए स्वरूपानंद सरस्वती का कहना है कि RSS वेदों पर विश्वास नहीं करते और जो वेदों पर विश्वास नहीं रखते है, वो हिन्दू कैसे हो सकते हैं.

स्वरूपानंद सरस्वती का RSS पर निशाना

शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने गोलवरकर द्वारा रचित संघ के ग्रन्थ "विचार नवनीत" को आधार बनाते हुए कहा कि ग्रन्थ में लिखा गया है कि हिंदुओं की एकता का आधार वेद नहीं हो सकता. यदि वेद को हम हिंदुओं की एकता का आधार मानेंगे, तो जैन और बौद्ध हमसे कट जाएंगे, वो भी हिंदू हैं.

साथ ही स्वरूपानंद सरस्वती ने कहा कि वो ये मानते हैं, कि जो वेदों के धर्म-अधर्म पर विश्वास रखता है, वहीं हिंदू है. वेद-शास्त्रों में जो विधिशेध हैं. उनको जो मानता हैं उसी को आस्तिक माना जाता है, और जो आस्तिक होता है वही हिंदू होता है.

शंकराचार्य ने उमा भारती के गंगा सफाई को लेकर सरकारी काम पूरे होने के बयान पर निशाना साधते हुए कहा कि गंगा में प्रस्तावित बांध निरस्त नहीं हुए है और न गंदे नाले, कारखानों का पानी गंगा में मिलना बंद हुआ. मंत्री बनने के बाद काम न होने पर डूबकर मरने की बात तक उमा भारती ने कही थी. स्वरूपानंद का कहना है कि जब आप गंगा कि अविरल धारा बहने नहीं दे रहे और गंदे पानी तक को नहीं रोक पाए तो अब क्या उम्मीद कर सकते हैं.

Intro:जिला नरसिंहपुर गोटेगांव विधानसभा

गोटेगांव ब्रेकिंग -

RSS को लेकर शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती का बयान
गोलवरकर जी द्वारा रचित संघ के ग्रन्थ "विचार नवनीत" के आधार पर दिया बयान
ग्रन्थ में कहा गया कि हिंदुओं की एकता का आधार वेद नही हो सकता
वेदों के धर्म अधर्म पर जो विश्वास रखता है वही हिन्दू है - शंकराचार्य
वेद शास्त्रों में जो लिखा है उनको मानने वाला आस्तिक होता है और वही हिन्दू है - शंकराचार्य
उमा भारती के गंगा सफाई को लेकर सरकारी काम पूरे होने के बयान पर भी बोले
गंगा में प्रस्तावित बांध निरस्त नही हुए,न गंदे नाले व कारखानों का पानी गंगा में मिलना बंद हुआ
मंत्री बनने के बाद काम न होने पर डूबकर मरने की बात तक उमा भारती ने कही थी,उन्हें ही विभाग से निकाल दिया गया
उमा भारती की गंगा यात्रा पर बोले कि जब आप अविरल धारा बहने नही दे रहे और गन्दा पानी नही रोक पाए तो अब क्या उम्मीद
Bite 1 जगतगुरु स्वामी स्वरूपानंद जी शंकराचार्य

Bite 2 जगतगुरु स्वामी स्वरूपानंद जी महाराज शंकराचार्यBody:गोटेगांव ब्रेकिंग -

RSS को लेकर शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती का बयान
गोलवरकर जी द्वारा रचित संघ के ग्रन्थ "विचार नवनीत" के आधार पर दिया बयान
ग्रन्थ में कहा गया कि हिंदुओं की एकता का आधार वेद नही हो सकता
वेदों के धर्म अधर्म पर जो विश्वास रखता है वही हिन्दू है - शंकराचार्य
वेद शास्त्रों में जो लिखा है उनको मानने वाला आस्तिक होता है और वही हिन्दू है - शंकराचार्य
उमा भारती के गंगा सफाई को लेकर सरकारी काम पूरे होने के बयान पर भी बोले
गंगा में प्रस्तावित बांध निरस्त नही हुए,न गंदे नाले व कारखानों का पानी गंगा में मिलना बंद हुआ
मंत्री बनने के बाद काम न होने पर डूबकर मरने की बात तक उमा भारती ने कही थी,उन्हें ही विभाग से निकाल दिया गया
उमा भारती की गंगा यात्रा पर बोले कि जब आप अविरल धारा बहने नही दे रहे और गन्दा पानी नही रोक पाए तो अब क्या उम्मीद
Bite 1 जगतगुरु स्वामी स्वरूपानंद जी शंकराचार्य

Bite 2 जगतगुरु स्वामी स्वरूपानंद जी महाराज शंकराचार्यConclusion:गोटेगांव ब्रेकिंग -

RSS को लेकर शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती का बयान
गोलवरकर जी द्वारा रचित संघ के ग्रन्थ "विचार नवनीत" के आधार पर दिया बयान
ग्रन्थ में कहा गया कि हिंदुओं की एकता का आधार वेद नही हो सकता
वेदों के धर्म अधर्म पर जो विश्वास रखता है वही हिन्दू है - शंकराचार्य
वेद शास्त्रों में जो लिखा है उनको मानने वाला आस्तिक होता है और वही हिन्दू है - शंकराचार्य
उमा भारती के गंगा सफाई को लेकर सरकारी काम पूरे होने के बयान पर भी बोले
गंगा में प्रस्तावित बांध निरस्त नही हुए,न गंदे नाले व कारखानों का पानी गंगा में मिलना बंद हुआ
मंत्री बनने के बाद काम न होने पर डूबकर मरने की बात तक उमा भारती ने कही थी,उन्हें ही विभाग से निकाल दिया गया
उमा भारती की गंगा यात्रा पर बोले कि जब आप अविरल धारा बहने नही दे रहे और गन्दा पानी नही रोक पाए तो अब क्या उम्मीद
Bite 1 जगतगुरु स्वामी स्वरूपानंद जी शंकराचार्य

Bite 2 जगतगुरु स्वामी स्वरूपानंद जी महाराज शंकराचार्य
Last Updated : May 9, 2019, 10:32 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.