नरसिंहपुर। कोरोना की रोकथाम के लिए अलग-अलग गांवों में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. सभी ग्रामीण, स्थानीय प्रशासन की मदद से अपने-अपने स्तर पर महामारी से निपटने की कोशिश कर रहे हैं. कई गांवों की सीमाएं सील की गई हैं. तो कई जगह ग्रामीणों ने स्वेच्छा से कोरोना कर्फ्यू भी लगाया है.
नरसिंहपुर के गांवों की सीमा सील
- 'मेरा गांव, मेरा घर' अभियान
जिले में 'मेरा गांव, मेरा घर' अभियान के तहत तेंदूखेड़ा के ग्राम हीरापुर में लोगों ने गांव की सीमा सील कर दी है. और स्वेच्छा से कोरोना कर्फ्यू लगाया है. ग्रामीणों का कहना है कि गांव से जब न कोई बाहर जायेगा, न कोई अंदर आयेगा तो कोरोना कहां से आयेगा. लोगों की आवाजाही रोकने के लिए गांव के प्रवेश द्वार पर लकड़ी लगा कर मार्ग को बंद कर दिया गया है. कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए ग्रामीणों की जागरूकता को देखकर प्रशासन भी भरपूर सहयोग दे रहा है. इन क्षेत्रों में विशेष पेट्रोलिंग की जा रही है.
![special corona awareness progam running in rural areas of narsinghpur](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/11685664_narsinghpur.jpg)
- एसपी ने की सहयोग की अपील
कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए गांवों में कोरोना कर्फ्यू लगाया गया है. जिसके नरसिंहपुर पुलिस अधीक्षक विपुल श्रीवास्तव ने सफल बनाने में सहयोग देने की अपील की है. उन्होंने कहा कि कोरोना की चेन तोड़ने के लिए हर किसी के सहयोग की जरूरत होगी. प्रशासन की गाइडलाइन का कड़ाई से पालन कर सभी कोरोना महामारी को हरा सकते हैं.
आगर मालवा में बरते जा रहे एहतियात
![special corona awareness progam running in rural areas of narsinghpur](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/11685664_gaonagar.jpg)
- खेरिया गांव की सीमा सील
जिले के राजस्थान बार्डर से लगे गांव खेरिया में लोगों ने कोरोना से बचने के लिए विशेष पहल की है. ग्रामीणों ने राजस्थान जाने वाले रास्ते को सील कर दिया है. जिसके बाद बाहरी लोगों के गांव में प्रवेश पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध है. इतना ही नहीं गांव के लोग क्षेत्र में जागरूकता भी फैला रहे हैं. उनका मानना है कि इससे कोरोना संक्रमण की चेन को आसानी से तोड़ जा सकेगा.
- ग्राम सुदवास में जनता कर्फ्यू
ग्राम सुदवास में ग्रामीणों ने जनता कर्फ्यू लगाया गया है. लोगों ने स्वेच्छा से जनता कर्फ्यू लगाने का फैसला किया है. ग्रामीण लोगों को घरो में रहने, बार-बार हाथ को सेनेटाइज करने, बेवजह घर से नहीं निकलने, दो गज की दूरी, मास्क है जरूरी का संदेश दे रहे हैं. इसके अलावा यहां सरकारी गाइडलाइन के तहत ही काम भी किया जा रहा है. ग्राम बरगडी से ढोढर बनोटी में गांवों की सीमा को सील कर दिया गया है.
होशंगाबाद में भी खौफ
- इटारसी के ग्रामीण इलाकों में एहतियातहोशंगाबाद में कोरोना का खौफ, घर में ही मिलेगा दूध-सब्जी
इटारसी के ग्रामीण इलाकों में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है. केसला ब्लॉक के ग्राम सहेली के कुछ क्षेत्रों को सील कर दिया गया है. ग्राम पंचायत केसला में तहसीलदार निधि पटेल, जनपद पंचायत सीईओ वंदना कैथल के आदेश पर 15 मई तक गांव की सभी सीमाएं बंद की गई हैं. इस दौरान गांव से कोई बाहर नहीं जा सकेगाा, न ही गांव के अंदर आ सकेगा. वहीं अगर किसी परिवार में कोई बाहर का व्यक्ति पाया जाता है, तो उसके खिलाफ अपराधिक प्रकरण भी दर्ज किया जाएगा.
- घर में ही मिलेगा दूध-सब्जी
इस दौरान जरूरी सामान लेने के लिए भी लोग बाहर नहीं निकल सकेंगे. सब्जी वाले ठेले से घर-घर तक सब्जी पहुंचा सकेंगे. दूध वाले भी घर-घर जाकर दूध बांट सकते हैं. वहीं सहेली गांव में सीईओ ने संक्रमण वाली गली को बंद कर दिया गया. क्षेत्रवासियों को समझाया गया कि शासन की गाइडलाइन का पालन करें.
- पथरोटा में कोरोना से दो मौत
केसला ब्लॉक के ग्राम पथरोटा में कोरोना की वजह से दो लोगों की मौत भी हो गई. नेशनल हाईवे-69 से लगे गांव को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है. केसला जनपद पंचायत सीईओ वंदना कैथल ने बताया कि कोरोना से अभी तक 200 लोग संक्रमित हुए हैं. ग्रामीण और आदिवासी इलाकों में सेनेटाइजेशन किया जा रहा है.