नरसिंहपुर। गोटेगांव वन परिक्षेत्र में सीताफल की पैदावार इस साल बेहतर हुई है. गुणवत्त और स्वाद के कारण यहां के सीताफल की मांग प्रदेश के साथ-साथ बाहर के राज्यों में भी है. यहां सीताफल के जंगलों की नीलामी बाहर के व्यापारी आकर करते हैं. यह फल स्वाद और स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभकारी और गुणकारी है. यह कई औषधियों के काम आता है और इसके सेवन करने से कई रोगों से निजात मिलता है. जिसकी वजह से यहां के सीताफल की मांग बहुत अधिक रहती है.
गोटेगांव वन परिक्षेत्र के अधिकारी प्रदीप खत्री ने बताया कि बरेटा और भादौर के जंगलों की जलवायु में एक स्पेशलिस्ट माइक्रों कंडीशन होने के कारण सीताफल बहुत अच्छी गुणवत्ता का पाया जाता है और यहां सीताफल की प्रति वर्ष के अनुसार समिति द्वारा नीलामी की जाती है. इस साल भी नीलामी हुई है, और पारदर्शिता के साथ हुई है, जिसमें रेवेन्यू अच्छा मिला है, और यहां के सीताफल में बहुत अच्छे गुण पाए जाते हैं.
गुणकारी होता है सीताफल
सीताफल में कैल्शियम का बहुत अच्छा डिस्ट्रिक्ट सोर्स है. जिनकी भी हड्डियां कमजोर होती है उन्हें यह मजबूत करता है बच्चों और गर्भवती महिलाओं के लिए यह बेहद लाभकारी है. इसमें बहुत ज्यादा कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है और बहुत सारे अमीनो एसिड पाए जाते हैं. यहां के सीताफल की मांग प्रदेश के साथ-साथ बाहर के राज्यों में भी है, जो लोग नीलामी करते हैं वह बेहतरीन तरीके से पैकिंग कर दूसरे राज्यों में भेजते हैं. यहां का सीताफल विशेष होने के कारण यह काफी प्रसिद्ध है. इसकी नीलामी का पैसा समिति को जाता है, और समिति उस पैसे से विकास कार्य करती है, और जंगलों की सुरक्षा और वन क्षेत्रों की सुरक्षा करती है. जिससे की सीताफल की निरंतर बढ़ोतरी हो रही है, और पूरे समुदाय का भला हो रहा है, और इसके विटामिंस के कारण हमारे समाज की हेल्थ भी बढ़ रही है.