नरसिंहपुर। गोटेगांव के परमहंसी गंगा आश्रम के शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने नर्मदा में हो रहे रेत के अवैध उत्खनन पर चिंता जाहिर की है. उन्होंने नर्मदा नदी में किए जा रहे रेत के उत्खनन पर सरकार को सख्ती से रोक लगाने की बात कही है. स्वरूपानंद सरस्वती ने इनकम टैक्स विभाग की कार्रवाई को लेकर भी सवाल उठाए हैं.
शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने नर्मदा में हो रहे रेत के अवैध उत्खनन पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि, नर्मदा नदी में किये जा रहे रेत के उत्खनन पर सरकार को रोक लगानी चाहिए, क्योंकि रेत जल को शुद्ध करती है. नर्मदा में स्नान करने आने वालों को भी रेत फायदेमंद है. रेत का उत्खनन नर्मदा में कतई नहीं होना चाहिए.
शंकराचार्य ने इनकम टैक्स पर भी सवाल उठाते हुए कहा है कि, किसान और आम लोगों पर इनकम टैक्स विभाग कार्रवाई करता है, लेकिन अवैध उत्खनन से कमाई करने वालों पर कार्रवाई क्यों नहीं होती. नर्मदा में हो रहे अवैध उत्खनन पर कई बार कार्रवाई के बाद भी ये कारोबार रुकता नहीं दिख रहा है. होशंगाबाद में जहां रेत के उत्खनन पर एनजीटी के आदेश के बाद जिला प्रशासन ने रोक लगा दी है, तो वहीं अब परमहंसी गंगा आश्रम के शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने नरसिंहपुर जिले के गोटोगांव में नर्मदा के उत्खनन से हो रहे नुकसान पर चिंता जाहिर की है, देखना होगा कि, प्रशासन शंकराचार्य की बात को कितनी गंभीरता से लेता है और अवैध उत्खनन पर लगाम कब तक लगाता है.