नरसिंहपुर। नर्मदा नदी सभी की आस्था का केंद्र है. शाम के समय नर्मदा तटों पर दीपदान की परंपरा है. लेकिन दीपदान में उपयोग करने वाले दिए प्लास्टिक के होते हैं जिसने नर्मदा प्रदूषित होती है. इस प्रदूषण से नर्मदा को बचाने के लिए जिले के किसान रोशनलाल विश्वकर्मा ने गोबर से दिया बनाना चालू किया है. गोबर के दिए हाथ से बनाना मुश्किल है, इसके लिए उन्होंने एक ऐसी मशीन बनाई है जो गोबर के दीपक बनाती है.
किसान रोशनलाल बताते हैं कि बहुत से पर्वों पर नर्मदा नदी के किनारे पूजा के लिए जाते हैं, जहां महिलाएं दीपदान करती हैं और दीपदान के लिए प्लास्टिक के दोने का उपयोग किया जाता है. प्लास्टिक के दिए जल में जाकर प्रदूषण फैलाते हैं, इसके लिए गोबर से दीपक बनाने की मशीन बनाई. जिसमें गोबर में अनाज मिलाया जाता है ताकि दिया जल में घुलने पर मछलियों के दाने के लिए प्रयोग किया जा सके.