नरसिंहपुर। शासन ने करोड़ों रुपए खर्च कर नल-जल योजना का शुभारंभ कराया गया था, लेकिन ठेकेदारों की मनमानी और अधिकारियों की मिलीभगत के कारण ग्रामीण क्षेत्र में पानी को लेकर समस्या खड़ी हुई है. कहीं पानी की टंकी नहीं बनी है, तो कहीं काम अधूरा है और कहीं लाइन फूटी पड़ी है. पानी न होने के कारण पेयजल आपूर्ति नहीं हो पा रही है. इन्हीं समस्याओं से निजात दिलाने की दिशा में शासन ने ग्रामीण क्षेत्रों में नए तरीके से टेंडर जारी करते हुए पाइप लाइन डाले जाने का निर्णय लिया है.
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नल-जल योजना के माध्यम से पाइप आरएसओ मार्क का होना जरूरी है. साथ में प्रयोग किए जाने वाली सामग्री भी पूर्ण गुणवत्ता का होना आवश्यक है. लाइन 3 फुट गहरी लाइन खोदकर डाली जानी है.
- तेंदूखेड़ा में भी बनी गंभीर समस्या
तहसील मुख्यालय तेंदूखेड़ा में भी पाइप लाइन की एक गंभीर समस्या बनी हुई. जमीन के ऊपर पड़ी पाइप लाइन टूटे फूटे होने के कारण पानी बर्बाद होकर सड़कों पर बहता है. इसके कारण कुछ वार्डों में पानी कम पहुंचने के कारण उपभोक्ता परेशान हैं. पाइप लाइन को निर्धारित मापदंडों के आधार पर ना डालने के कारण समस्या बनी हुई है.