नरसिंहपुर। कलेक्टर वेद प्रकाश के मार्गदर्शन में जिला आयुष अधिकारी डॉक्टर सुरत्ना सिंह चौहान ने झामर गांव में आयुष विभाग की टीम के साथ औषधीय महत्व के पौधों का रोपण किया. इस टीम ने मुनगा, पारस पीपल, तुलसी, शतावरी, एलोवेरा, नीम, आंवला, पीपल, अश्वगंधा, ब्राम्ही, दूर्वा, गिलोय के पौधे लगाये. आयुर्वेदिक पद्धति से उपचार में इन पौधों का विशेष महत्व है. भविष्य में इन पौधों का विभिन्न बीमारियों के उपचार में उपयोग किया जाएगा. इनका उपयोग उपचार के लिए काढ़ा बनाने, मालिश, स्नेहन, स्वेदन आदि में होगा.
जिला आयुष अधिकारी ने बताया कि मध्यप्रदेश के नरसिंहपुर जिले के झामर गांव में अभी तक कोरोना का एक भी केस नहीं है. इस गांव को आयुष के नाम से जाना जाता है और प्रदेश में ऐसे 30 गांव हैं. झामर में लोगों को रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए जागरुक किया गया है. यहां तीन चरणों में आयुष विभाग द्वारा रोग प्रतिरोधक दवाईयां, काढ़ा का घर- घर वितरण किया जा रहा है. नोडल अधिकारी डॉक्टर बेबी राजपूत ने इन दवाओं के सेवन के बारे में लोगों को जानकारी दी, उन्होंने योग के महत्व के बारे में भी बताया.