नरसिंहपुर। बीजेपी विधायक जालम सिंह पटेल बुधवार को एट्रोसिटी एक्ट में आरोपी होने के कारण जेल भेजे गए थे. आज उनकी रिहाई हो गई है. जज गजेंद्र सिंह ने फरियादी के नोटिस पर जालम सिंह को रिहा करने के आदेश दिए हैं.
जेल से निकलते ही विधायक जालम पटेल ने कहा कि किसानों की लड़ाई लड़ने के कारण जेल में बंद हुआ था, आगे भी किसानों की लड़ाई लड़ता रहूंगा. किसानों के लिए जान भी देना पड़े तो उनके लिए हमेशा समर्पित हूं. विधायक जालम सिंह ने कहा कि ग्राम सगोनी में हुए मामले के पीड़ित पटवारी खुद कह रहे हैं की उन्हें नही पता कि उन्हें किसने मारा है, उन्होंने अपने ऊपर हुई कार्रवाई को षड्यंत्र बताया है. जालम सिंह का कहना है कि किसानों के अनाज पर डाका डालने का काम प्रशासन लगातार कर रहा है.
एक सप्ताह पहले जिला प्रशासन का राजस्व अमला नरसिंहपुर तहसील के सगोनी गांव में किसानों के शासकीय जमीन पर लगाए गए अतिक्रमण को हटाने पहुचा था. जहां ग्रामीणों ने तहसील कर्मचारी और पटवारी के साथ मारपीट कर दी. विधायक जालम सिंह भी मौके पर पहुचे थे जिस कारण विधायक सहित 10 ग्रामीणों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था. जिसमें शासकीय कार्य मे बाधा सहित एससी एसटी एक्ट एवं भीड़ को उकसाने के मामले शामिल थे.