नरसिंहपुर। मध्यप्रदेश में होने वाले उपचुनाव को लेकर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष नर्मदा प्रसाद प्रजापति ने ईटीवी भारत से बात की, उन्होंने कहा कि उपचुनाव को लेकर हमारी रणनीति मजबूत बन रही है और ताल ठोक कर बन रही है, वहीं विधायकों के खरीद-फरोख्त पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि इसका आंकलन करना जरूरी है कि किसने 35 लाख करोड़ खाए और किसने 50 करोड़ लिए हैं.
एनपी प्रजापति ने कहा कि 15 साल बाद विधानसभा चुनाव में जनता ने कांग्रेस को 114 सीटें जिताई थी, लेकिन एक व्यक्ति जो भारतीय जनता पार्टी के खरीददार हैं, उन्होंने लोकतंत्र को खरीद लिया. उन्होंने करोड़ों रुपए लगाकर कुछ विधायकों को खरीद लिया और सत्ता बदल दी. जनता ने विश्वास से जिस सरकार को चुना था, उस जनता का विश्वास छल, कपट, प्रपंच रच के खरीद लिया और बोले कि हमारी सरकार है. उनका कहना है कि विधायकों के खरीद-फरोख्त में यहां से लेकर दिल्ली के बड़े-बड़े लोग सम्मिलित हैं, संवैधानिक पद पर बैठे हुए लोग भी उसमें लिप्त हैं.
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष का कहना है कि जब कोरोना वायरस देश के साथ मध्यप्रदेश में भी फैल रहा था, तब बीजेपी के नेता सरकार गिराने में लगे थे. जब तक कोरोना वायरस ने प्रदेश को पूरी तरह से तहस नहस नहीं कर दिया, तब तक उनका इस ओर ध्यान ही नहीं गया. उनका ध्यान बस इस पर था कि राज्य में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बन जाए.
उन्होंने कहा कि 15 साल मध्यप्रदेश और साढ़े 6 साल केंद्र में सरकार चलाने के बाद आपने इतने पैसे कमा लिए कि आप सरकार खरीदने लगे, जैसे बिकने वाला दोषी है, वैसे ही खरीदने वाला दोषी है.