नरसिंहपुर। जिले के किसान इस साल धान की खेती का मन बना रहे हैं, 40 फीसदी किसानों ने नर्सरी तैयार करने के लिए बीजारोपण किया है. वहीं मानसून समय पर सक्रिय हुआ तो पखवाड़े के भीतर धान की रोपाई शुरू हो जाएगी. नरसिंहपुर जिला कृषि पर आधारित है, यहां पर सबसे अधिक गन्ना, अरहर, मक्का, मूंग, ज्वार और सोयाबीन की फसल खरीफ के सीजन में बोई जाती है. हालांकि पड़ोसी जिले बालाघाट में सबसे अधिक धान की खेती इस सीजन में की जाती है. जबकि इस बार जिले के किसानों ने भी धान की खेती करने का मन बनाया है.
युद्ध स्तर पर खरीफ फसल की तैयारी शुरू
वहीं मौसम को देखते हुए किसानों ने युद्ध स्तर पर खरीफ फसल की तैयारी शुरू कर दी है. लेकिन मानसून पूरी तरह से जोर नहीं पकड़ रहा है. एक-दो दिन के अंतराल में बारिश हो रही है. किसानों का कहना है कि जिले के अधिकतर तहसील क्षेत्रों में रोपा पद्धति से ही धान की फसल उगाई जाती है. लेकिन कुछ क्षेत्रों में कम रकबा होने के कारण बुवाई पद्धति से फसल उगाई जाती है. जिसके लिए भी किसानों ने तैयारी शुरू कर दी है.