नरसिंहपुर। जिले में रेत के वैध और अवैध कारोबार को लेकर में लगातार युवा मोर्चा और धनलक्ष्मी मर्चेंडाइज प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के बीच संघर्ष और टकराव बढ़ता जा रहा है. जिले में रेत खनन का कारोबार प्रशासन ने धनलक्ष्मी कंपनी को दी थी. जिसको लेकर युवा मोर्चा ने कंपनी पर आरोप लगाते सड़कों पर मार्च निकाला. साथ ही पुलिस अधीक्षक कार्यालय का घेराव करते हुए मुख्यमंत्री के नाम एसपी को ज्ञापन भी सौंपा.
दरअसल युवा मोर्चा के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य आनंद राजपूत ने धनलक्ष्मी कंपनी पर सीमा से अधिक लाखों घन मीटर रेत का अवैध उत्खनन करने के साथ बंदूक की नोक पर ग्रामीणों को डराने धमकाने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि पुराने कारोबारियों पर पुलिस की सांठगांठ से फर्जी मुकदमा लगाया गया है.
जबरदस्ती पैसों की रिकवरी का आरोप
आनंद राजपूत का कहना है कि कलेक्टर चाहते हैं कि वह धन लक्ष्मी के हाथों की कठपुतलियां बनकर नर्मदा और अन्य रेत खदानों पर अवैध उत्खनन के लिए उनका समर्थन करें. ऐसा न करने पर कलेक्टर द्वारा जबरदस्ती पैसों की रिकवरी कराई जा रही है. उनका कहना है कि उन्होंने कभी कोई खनन नहीं किया और न ही प्रशासन के पास कोई प्रमाण हैं.
युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं में भारी आक्रोश
वहीं कलेक्टर के इस रवैया को लेकर युवा कार्यकर्ताओं का कहना है कि कलेक्टर के अपनी कार्यप्रणाली में न लाने पर जिले की जनता अवैध खनन माफियाओं और कलेक्टर के खिलाफ भी मोर्चा खोलेगी.
एसपी ने कार्रवाई के लिए दिलाया भरोसा
इस पूरे मामले में पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने कार्यकर्ताओं को भरोसा दिलाते हुए कहा कि सारे तथ्यों की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. अगर अवैध खनन की शिकायत मिलती है तो कानून के तहत पुलिस अपना काम करेगी.
इस कंपनी पर लगातार लग रहें आरोप
दरअसल 19 जून को धनलक्ष्मी मर्चेंडाइज प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने माइनिंग कार्पोरेशन से नरसिंहपुर जिले में रेत खदानों से रेत के उत्खनन के लिए अनुबंध किया. लेकिन उसके बाद से इस कंपनी पर लगातार धोखाधड़ी जैसे अनेक मामले को लेकर आरोप लगते रहे हैं.