मुरैना| समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी किसानों के लिए मुसीबत बन गई है. गेंहू खरीदी केंद्रों पर 20-20 घंटों के इंतजार के बाद किसानों के गेहूं की क्वालिटी को हल्का बताकर उनके ट्रैक्टर-ट्रॉली को वापस किया जा रहा है. किसानों का कहना है कि जिन लोगों से सुविधा शुल्क के रूप में रुपए मिल रहे हैं, उनके गेहूं को पास कर खरीदा जा रहा है और जो पैसे देने से इनकार कर रहे हैं, उनका गेंहू रिजेक्ट किया जा रहा है.
मुरैना कृषि उपज मंडी परिसर में सेंट्रल वेयर हाउस पर गेहूं बेचने के लिए 12 किसान अपने ट्रैक्टर- ट्रॉली लेकर आए थे. शनिवार के दिन 10 किसानों में से 8 किसानों के गेहूं को नागरिक आपूर्ति निगम के सर्वेयरों ने फेल कर दिया. किसानों का आरोप है कि 8 में से 2 किसानों ने खरीद केंद्र के कर्मचारियों को सुविधा शुल्क दे दिया , तो उन 2 किसानों के रिजेक्ट गेहूं तौल लिया गया. यह देख अन्य किसान भड़क गए. आधा दर्जन किसानों ने मार्केटिंग सोसायटी के इंचार्ज त्यागी से सवाल किया कि जो गेहूं आपने सुबह रिजेक्ट किया उसमें से दो ट्रॉली का गेहूं कैसे और किस आधार पर खरीदा गया है.
इस पर त्यागी का कहना था कि वो गेहूं तो उन्होंने अपने घर के लिए खरीदा है यह जवाब सुनकर किसान बोले कि घर के गेहूं की तौल सोसायटी के कांटों पर कैसे की जा रही है. इसका कोई जवाब त्यागी के पास नहीं था. किसान कृष्णा दंडोतिया ने बताया की वह शुक्रवार की रात को सेंट्रल वेयर हाउस खरीद केंद्र पर आए. शनिवार की सुबह सर्वेयर जब टोकन देने आया तो उसने 10 में से आठ ट्रॉली फेल कर दीं. सर्वेयर बोला कि हम तो गेहूं पास कर देते हैं लेकिन वेयर हाउस के मैनेजर ऐसा गेहूं नहीं तौलने देते हैं. कृष्णा का कहना है कि कि गेहूं पास कराने के लिए 500-500 रुपए लिए जा रहे हैं.
सेंट्रल वेयर हाउस खरीदी केंद्र पर मार्केटिंग सोसायटी और चना सोसायटी ने शुक्रवार को गेहूं की जो खरीद की थी. वो रात में खुले में रखा छोड़ दिया गया. बारिश होने से वेयर हाउस परिसर में रखे गेहूं से भरे 1 हजार बोरे भीग गए. शनिवार को भीगे गेहूं को वेयर हाउस में रखवाया गया. सेंट्रल वेयर हाउस के मैनेजर अनुपम शर्मा का कहना है कि यह लापरवाही सोसाइटियों की है. उनको बारिश से बचाव के इंतजाम करना चाहिए थे.