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पुलिस विभाग में नहीं हैं बैंड कर्मचारी, गणतंत्र दिवस पर शादी वाले बैंड बजाएंगे धुन

मुरैना में पुलिस विभाग और एसएएफ के पास बैंड बजाने वाले लोग नहीं हैं, जिससे गणतंत्र दिवस पर शादी में बैंड बजाने वालों का सहारा लेना पड़ रहा था.

Wedding bands will play national tunes on Republic Day
गणतंत्र दिवस पर शादी वाले बैंड बजाएंगे धुन
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Published : Jan 24, 2020, 1:01 PM IST

मुरैना। 26 जनवरी हो या 15 अगस्त, देश के हर नागरिक के लिए इसका विशेष महत्व है, इस दिन को विशेष रूप से मनाने के लिए सभी मुख्यालय पर झंडा वंदन का आयोजन किया जाता है. जिसमें परेड और राष्ट्रीय गान भी होता है, इसके लिए पुलिस विभाग में बैंड होता है जिसके लिए बकायदा पुलिस विभाग, एसएएफ और सभी फोर्स में बैंड वालों की भर्ती की जाती है. लेकिन मुरैना में पिछले 20 सालों से पुलिस शादी वाले बैंड वालों के सहारे राष्ट्रीय पर्व मना रही है.

गणतंत्र दिवस पर शादी वाले बैंड बजाएंगे धुन

26 जनवरी पर किराए के बैंड के सहारे ही परेड कराई जाएगी. परेड ग्राउंड में इसके लिए 4 दिनों से शादियों के बैंड बजाने वालों को ट्रेनिंग दी जा रही है. पुलिस विभाग में तो सालों से भर्ती ही नहीं की गई है. एसएएफ की 5वीं बटालियन में जरूर दो बैंड बजाने वाले कर्मचारी बचे हैं. जिनके साथ तीन प्राइवेट बैंड वालों के सहारे ही 26 जनवरी के कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा. ये लोग शादी में बैंड बजाने वालों को 26 जनवरी के लिए सीखाने में लगे हुए हैं.

शादियों में बैंड बजाने वाले ही मुरैना में पिछले 14 सालों से 26 जनवरी और 15 अगस्त के कार्यक्रमों में बैंड बजाने का काम कर रहे हैं. 4 दिन पहले से प्रैक्टिस शुरू करने के बाद ये लोग ही इतने महत्वपूर्ण कार्यक्रम को पूरा कराते हैं.

पुलिस ने बताया कि मुख्यालय स्तर से ही भर्ती नहीं हुई है जो लोग भर्ती थे वो रिटायर होते गए अब पद खाली है, जिसके कारण प्राइवेट लोगों को बुलाकर 26 जनवरी और 15 अगस्त पर उनसे बैंड बजवाया जाता है.

मुरैना। 26 जनवरी हो या 15 अगस्त, देश के हर नागरिक के लिए इसका विशेष महत्व है, इस दिन को विशेष रूप से मनाने के लिए सभी मुख्यालय पर झंडा वंदन का आयोजन किया जाता है. जिसमें परेड और राष्ट्रीय गान भी होता है, इसके लिए पुलिस विभाग में बैंड होता है जिसके लिए बकायदा पुलिस विभाग, एसएएफ और सभी फोर्स में बैंड वालों की भर्ती की जाती है. लेकिन मुरैना में पिछले 20 सालों से पुलिस शादी वाले बैंड वालों के सहारे राष्ट्रीय पर्व मना रही है.

गणतंत्र दिवस पर शादी वाले बैंड बजाएंगे धुन

26 जनवरी पर किराए के बैंड के सहारे ही परेड कराई जाएगी. परेड ग्राउंड में इसके लिए 4 दिनों से शादियों के बैंड बजाने वालों को ट्रेनिंग दी जा रही है. पुलिस विभाग में तो सालों से भर्ती ही नहीं की गई है. एसएएफ की 5वीं बटालियन में जरूर दो बैंड बजाने वाले कर्मचारी बचे हैं. जिनके साथ तीन प्राइवेट बैंड वालों के सहारे ही 26 जनवरी के कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा. ये लोग शादी में बैंड बजाने वालों को 26 जनवरी के लिए सीखाने में लगे हुए हैं.

शादियों में बैंड बजाने वाले ही मुरैना में पिछले 14 सालों से 26 जनवरी और 15 अगस्त के कार्यक्रमों में बैंड बजाने का काम कर रहे हैं. 4 दिन पहले से प्रैक्टिस शुरू करने के बाद ये लोग ही इतने महत्वपूर्ण कार्यक्रम को पूरा कराते हैं.

पुलिस ने बताया कि मुख्यालय स्तर से ही भर्ती नहीं हुई है जो लोग भर्ती थे वो रिटायर होते गए अब पद खाली है, जिसके कारण प्राइवेट लोगों को बुलाकर 26 जनवरी और 15 अगस्त पर उनसे बैंड बजवाया जाता है.

Intro:एंकर - राष्ट्रीय त्यौहार 26 जनवरी हो या 15 अगस्त, देश के हर नागरिक के लिए इसका विशेष महत्व है। इस दिन हर नागरिक अपने देश पर और इस देश का नागरिक होने पर फर्क और गर्व महसूस करता है। इस दिन को विशेष रूप से मनाने के लिए सभी मुख्यालय पर झंडा वंदन का आयोजन किया जाता है। जिसमें परेड और राष्ट्रीय गान भी होता है, इस के लिए पुलिस विभाग में बैंड होता है। जिसके लिए बकायदा पुलिस विभाग,एसएएफ और सभी फोर्स में बैंड वालों की भर्ती की जाती है। पर मुरैना में पिछले 20 सालों से पुलिस शादी वाले बैंड वालों के सहारे राष्ट्रीय पर्व मना रही है।


Body:वीओ1 - 26 जनवरी पर किराए के बैंड के सहारे ही परेड कराई जाएगी। परेड ग्राउंड में इसके लिए 4 दिनों से शादियों में बैंड बजाने वालों को ट्रेनिंग दी जा रही है। पुलिस विभाग में तो सालों से भर्ती ही नहीं की गई है। एसएएफ की 5वीं बटालियन में जरूर दो बैंड बजाने वाले कर्मचारी बचे हैं। जिनके साथ तीन प्राइवेट बैंड वालों के सहारे ही 26 जनवरी के कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। ये लोग शादी में बैंड बजाने वालों को 26 जनवरी के लिए सिखाने में लगे हुए हैं।

बाइट1 - आजम खान - बैंड कर्मचारी एसएएफ 5वीं बटालियन मुरैना।


वीओ2 - मुरैना में शादियों में बैंड बजाने वाले ही मुरैना में पिछले 14 सालों से 26 जनवरी और 15 अगस्त के कार्यक्रमों में बैंड बजाने का आयोजन करा रहे हैं। 4 दिन पहले से प्रैक्टिस शुरू करने के बाद ये लोग ही इतने महत्वपूर्ण कार्यक्रम को पूरा कराते हैं।खास बात ये है कि शादियों में बैंड बजाने वालों को इतने सालों से बैंड बजाकर इनको धुन भी याद हो गई है।


बाइट2 - अजय - शादी में बैंड बजाने वाला


Conclusion:वीओ3 - पुलिस अधिकारियों की मानें तो मुख्यालय स्तर से ही भर्ती नहीं हुई है। जिसकी वजह से जो लोग भर्ती थे वो रिटायर होते गए और नई भर्ती नहीं हो सकी। अब पद खाली है,जिसके कारण प्राइवेट लोगों को बुलाकर 26 जनवरी और 15 अगस्त पर उनसे बैंड बजवाया जाता है।


बाइट3 - आरके अहिरवार - आरआई पुलिस लाइन मुरैना।


वीओ4 - ये बड़ा सवाल है कि आखिर बैंड वालों के पद खाली है तो उन पदों को क्यों नहीं भरा जाता। राष्ट्रीय त्योहारों पर इस तरह से शादी वालों से बैंड बजवाना एक गलत प्रक्रिया है। पर इसकी फिक्र ना तो पुलिस विभाग को है और ना ही सरकार को।
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