मुरैना। जिले में प्री मानसून ने दस्तक दे दी है. मानसून की दस्तक से लोगों को गर्मी से राहत तो मिल गई, लेकिन नगर निगम की लापरवाही और लेटलतीफी के चलते आधे से ज्यादा शहर जलमग्न हो गया. हालत ये है कि कई जगह पर लोग घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं. कई जगहों पर तो घरों में अंदर नाले का गंदा पानी पहुंच गया है.
पानी भर जाने से बीमारी फैलने का भी खतरा बना हुआ है, लेकिन नगर निगम के जिम्मेदार महापौर इस मामले में पूरा ठीकरा नगर निगम कमिश्नर पर फोड़ते नजर आ रहे हैं. जबकि नगर निगम को बारिश की पहले से सभी व्यवस्थाएं कर लेनी चाहिए. सत्ता बदलने के बाद अब महापौर और कमिश्नर के बीच तालमेल जो नहीं हो रहा, जिसका खामियाजा लोग भुगत रहे हैं.
जिले में रिकॉर्ड 30.5 एमएम बारिश हुई है. पूर्व मानसून की पहली बारिश ने नगर निगम की सारी व्यवस्थाओं की पोल खोलकर रख दी है. एसएफ ग्राउंड के पास पुलिस क्वार्टर की हालत तो ऐसी है कि वहां घरों में नाले का पानी घुस गया है. महीनों से बड़े नाले पर सीवर का काम चल रहा है. लेकिन काम पूरा न होने की वजह से पूरा पानी घरों में घुस रहा है. अभी तो यह पहली बारिश है आगे आने वाले समय में यह हालात और भी बदतर होने वाले हैं.