मुरैना। यातयात प्रभारी के शिक्षक के साथ किए गए अपमानजनक व्यवहार का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है. 15 अगस्त की परेड की तैयारी के समय गाड़ी हटाने को लेकर पहले ट्रैफिक सिपाही ने शिक्षक के साथ अभद्रता की, जिसके बारे में यातयात प्रभारी हरेंद्र सिंह से जब बात की तो उन्होंने भी शिक्षक के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग किया. इसी के साथ उनकी वेशभूषा ओर धार्मिक मान्यताओं का अपमान किया. इस मामले की जानकारी के बाद अब हिन्दू संगठन और बीजेपी नेताओं ने यातायात प्रभारी पर कार्यवाही की मांग कर रहे है.
15 अगस्त के कार्यक्रम की रिहर्सल के दौरान हुआ विवाद
शिक्षक रामकुमार सिकरवार 15 अगस्त पर आयोजित कार्यक्रम में उदघोषक के रूप में शामिल होते हैं. उसी की तैयारी के लिए जब वो फाइनल रिहर्सल के लिए परेड ग्राउंड पहुंचे तो यातायात प्रभारी ने उनके साथ अभद्रता की. हालांकि शिक्षक ने इसकी शिकायत किसी से नही की, शिक्षक का कहना है कि जब सभी अधिकारियों के सामने यातायात प्रभारी में मुझे अपमानित किया और उसके बाद किसी ने कोई कार्यवाही नहीं की तो शिकायत करने से क्या होगा. विरोधस्वरूप शिक्षक ने कार्यक्रम का बहिष्कार कर दिया है.
बीजेपी नेता ने की कार्रवाई की मांग
प्रशानिक अधिकारियों को भी इस बात की जानकारी मिली है. जिसके बाद वो इस पर कार्रवाई करने की बात कह रहे है. हालांकि अभी तक वरिष्ठ अधिकारियों ने इस पर कोई कार्यवाही नहीं की है. बीजेपी नेता भी इस मामले में अपना विरोध दर्ज करवा रहे हैं. बीजेपी नेताओ का कहना है कि ऐसा किसी भी व्यक्ति के साथ नहीं होना चाहिए. अगर ऐसा हुआ है तो दोषी के ऊपर जरूर कार्रवाई होना चाहिए.