ETV Bharat / state

पर्यटकों की संख्या को दिया जा रहा बढ़ावा, कलेक्टर ने एमपी टूरिज्म को भेजा प्रस्ताव

मुरैना में टूरिज्म को बढा़वा देने के लिए कलेक्टर ने एक योजना बनाकर प्रस्ताव एमपी टूरिज्म को भेजने जा रही है. जिससे की यहां पर पर्यटकों की संख्या बढ़ाई जा सकती है.

Tourism is being promoted in Morena
पर्यटकों की संख्या को दिया जा रहा बढ़ावा
author img

By

Published : Feb 6, 2020, 4:43 PM IST

Updated : Feb 6, 2020, 5:08 PM IST

मुरैना। चंबल टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए कलेक्टर प्रियंका दास ने योजना बनाकर प्रस्ताव एमपी टूरिज्म को भेजा है. दरअसल एशिया का सबसे बड़ा घड़ियाल केन्द्र मुरैना में होने के बाद भी यहां पर पर्यटकों की संख्या काफी कम है. जिसके कई कारण हैं. साथ ही चंबल सफारी, मितावली, पढ़वली, ककनमठ, शनि मंदिर के रूप में पर्यटकों को बढ़ाने की कोशिश की जा रही है. इसी में जिन बीहड़ों को लेकर चंबल को बदनाम किया गया. उन्ही बीहड़ों के इतिहास के सहारे अब चंबल में टूरिज्म को बढ़ावा देने की कोशिश की जा रही है.

पर्यटकों की संख्या को दिया जा रहा बढ़ावा

चंबल की धरती ऐतिहासिक धरोहरों और प्राक्रतिक संपदा से भरपूर है. यहां पर चंबल के वन्यजीवों की बात करें या फिर यहां की पुरातत्व धरोहरों की. ये सभी मिलकर चंबल को टूरिज्म के हिसाब से काफी समृद्ध बनाता है. लेकिन अभाव और कोशिशों के बिना ये अभी तक नही हो पाया. अब कलेक्टर ने एमपी टूरिज्म को प्रस्ताव बनाकर भेजा है. बीहडों के इतिहास को बताते हुए पर्यटकों के लिए कुछ ओर नए प्रयास कर चंबल में पर्यटकों की संख्या बढाई जा सकती है.

मुरैना। चंबल टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए कलेक्टर प्रियंका दास ने योजना बनाकर प्रस्ताव एमपी टूरिज्म को भेजा है. दरअसल एशिया का सबसे बड़ा घड़ियाल केन्द्र मुरैना में होने के बाद भी यहां पर पर्यटकों की संख्या काफी कम है. जिसके कई कारण हैं. साथ ही चंबल सफारी, मितावली, पढ़वली, ककनमठ, शनि मंदिर के रूप में पर्यटकों को बढ़ाने की कोशिश की जा रही है. इसी में जिन बीहड़ों को लेकर चंबल को बदनाम किया गया. उन्ही बीहड़ों के इतिहास के सहारे अब चंबल में टूरिज्म को बढ़ावा देने की कोशिश की जा रही है.

पर्यटकों की संख्या को दिया जा रहा बढ़ावा

चंबल की धरती ऐतिहासिक धरोहरों और प्राक्रतिक संपदा से भरपूर है. यहां पर चंबल के वन्यजीवों की बात करें या फिर यहां की पुरातत्व धरोहरों की. ये सभी मिलकर चंबल को टूरिज्म के हिसाब से काफी समृद्ध बनाता है. लेकिन अभाव और कोशिशों के बिना ये अभी तक नही हो पाया. अब कलेक्टर ने एमपी टूरिज्म को प्रस्ताव बनाकर भेजा है. बीहडों के इतिहास को बताते हुए पर्यटकों के लिए कुछ ओर नए प्रयास कर चंबल में पर्यटकों की संख्या बढाई जा सकती है.

Intro:एंकर - चंबल टूरिज्म को लेकर मुरैना जिले में काफी संभावनाएं है,इसी को लेकर मुरैना कलेक्टर प्रियंका दास एक योजना बनाकर प्रस्ताव एमपी टूरिज्म को भेजने जा रही है। दरअसल एशिया का सबसे बडा घडियाल केन्द्र मुरैना में होने के बाद भी यहां पर पर्यटकोंं की संख्या काफी कम है, जिसके कई कारण है साथ ही चंबल सफारी , मितावली ,पढवली , ककनमठ , शानि मंदिर के रूप में पर्यटको को अभी ओर कुछ भी देने की जरूरत है,,इसी में जिन बींहडोंं को लेकर चंबल को बदनाम किया गया उन्ही बीहडोंं के इतिहास के सहारे अब चंबल में टूरिज्म को बढावा देने की कोषिश की जा रही है।
Body:वीओ1 - चंबल की धरती एतिहासिक धरोहरोंं और प्राक्रतिक संपदा से भरपूर है,यहां पर चंबल के वन्यजीवोंं की बात करेंं,,बीहडोंं की बात करे या फिर यहां की पुरातत्व धरोहरो की,,ये सभी मिलकर चंबल को टूरिज्म के हिसाब से काफी सम्रद्व बनाता है,,पर प्रयासो के अभाव और कोशिशों के बिना ये अभी तक नही हो पाया ,,अब कलेक्टर ने एमपी टूरिज्म को प्रस्ताव बनाकर भेजा है कि बीहडोंं के इतिहास को भूनाते हुए पर्यटको के लिए कुछ ओर नए प्रयास करके चंबल में पर्यटको की संख्या बढाई जा सकती है।Conclusion:बाइट - प्रियंका दास ---- कलेक्टर मुरैना।  
Last Updated : Feb 6, 2020, 5:08 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.