मुरैना। पुलिस की एक बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है. रामपुर थाना पुलिस ने एक चोरी के मामले में आरोपी की पत्नी और दो बच्चों को रात भर थाने में बिठा कर रखा, जबकि थाने में कोई भी महिला पुलिसकर्मी मौजूद नहीं थी. इस बात की जानकारी मिलते ही आरोपी ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली. जिसके बाद गुस्साए ग्रामीणों ने थाने के पास चौराहे पर शव रखकर चक्का जाम कर दिया.
मामला बढ़ता देख आला अधिकारियों ने थाना प्रभारी केके सिंह सहित 3 पुलिसकर्मियों को लाइन अटैच कर जांच के आदेश दे दिए हैं. ये पूरा मामला 7 अगस्त का है. जब जारौली गांव में 3 लाख से अधिक के गहनों के साथ एक मोबाइल भी चोरी हुआ था. पुलिस की जांच में पास के ही गांव में रहने वाले सोबरन सिंह का नाम सामने आया है. जब पुलिस ने आरोपी सोबरन को पकड़ने के लिए दबिश दी तो वो वहां से भाग गया.
इसके बाद पुलिस आरोपी की पत्नी और उसके दो नाबालिग बच्चों को बयान दर्ज कराने के नाम पर थाने ले गई. पुलिस ने महिला और बच्चों को रात भर थाने में रखा और सुबह उनको जाने दिया, जिसकी जानकारी मिलते ही आरोपी सोबरन ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली.
इस मामले में पुलिस ने चोरी को ट्रेस कर भले ही अच्छा काम किया हो, लेकिन चोर को पकड़ने के लिए जिस तरह से बिना महिला कॉन्स्टेबल के किसी महिला को थाने में रात भर बिठाया गया, वह गलत था, इसी को लेकर स्थानीय विधायक ने दोषी पुलिस वालों के खिलाफ एफआईआर की मांग की है.
पुलिस के आलाधिकारियों ने मामले की जानकारी मिलते ही टीआई सहित 3 पुलिसकर्मियों को लाइन अटैच कर दिया है और मामले की निष्पक्ष जांच के आदेश दे दिए हैं.