मुरैना। जहरीली शराब पीने से अब तक 21 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं अब तक 15 से 20 लोग अलग-अलग जगहों पर इलाजरत हैं. इन मौतों से ग्रामीणों में भारी आक्रोश है, इसके साथ ही मौत के इस अवैध कारोबार की परतें खुलना शुरु हो गई हैं. इसी के तहत ग्रामीणों ने अब ना केवल इस कारोबार के खिलाफ मोर्चा खोल कर दिया है बल्कि मौत के सौदागरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग भी तेज हो गई है. इसी के तहत गांव के बाहर शमशान के पास खलिहानों में छुपाई गई अवैध शराब पकड़ी गई.
ग्रामीण एवं पुलिस अमले द्वारा चलाए गए संयुक्त तलाशी अभियान में शमशान के पास सरकारी जगह में बाजरे में छुपा कर रखी गई शराब जब्त की है. गांव में अरसे से चल रहे शराब के अवैध कारोबार से पिछले 3 दिनों में अब तक हुई दो दर्जन मौतों के बाद ग्रामीणों द्वारा शराब के अवैध कारोबार पर लगाम लगाने के लिए पुलिस को हर प्रकार का सहयोग करने का भरोसा दिलाया है.
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उल्लेखनीय है कि रविवार को अवैध शराब पीने से मानपुर, पहावली, बिलैयापुरा सहित कई अन्य गांव में दो दर्जन परिवारों में मौत का सन्नाटा बिखेर दिया है. बताया जाता है कि छैरा ग्राम में भारी मात्रा में अवैध शराब बनाकर बिक्री का कारोबार विगत काफी समय से संचालित था. ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन पर मिलीभगत का आरोप लगाते हुए शराब कारोबारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने की बात कही है.
इस पर अंबाह एसडीओपी बीएल रघुवंशी ने जब ग्रामीणों को कार्रवाई का भरोसा दिलाया तो ग्रामीणों ने स्वयं कवर्धा रोड के पास जाकर वहां सरकारी जगह में लगे बाजरे की करब के ढेरों के बीच अवैध शराब की तलाश की. तलाशी अभियान के दौरान ब्रांड सहित कुछ अन्य ब्रांड की अंग्रेजी एवं देसी शराब मिली. बताया जाता है कि यह अवैध शराब कारोबारियों द्वारा घटना के बाद कार्रवाई से बचने के लिए छुपा कर रखी थी. इस दौरान ग्रामीण दावा कर रहे थे कि गांव में अभी भारी मात्रा में अवैध शराब मौजूद है.