मुरैना। मध्य प्रदेश की राजनीति में चल रही उठापटक के बीच ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थन में कांग्रेस छोड़ने की घोषणा करने वाले मुरैना जिले के नेताओं ने कांग्रेस में लौटना शुरू कर दिया है.
कांग्रेस जिला अध्यक्ष राकेश मावई का मानना है कि सिंधिया जी मध्य प्रदेश विकास कांग्रेस को पुनर्जीवित करते या किसी अन्य दल का गठन करते तो हम उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करते लेकिन उन्होंने भारतीय जनता पार्टी को ज्वाइन किया है, जो हमारे राजनीतिक जीवन की सदैव से न केवल प्रतिद्वंदी रही बल्कि विपरीत विचारधारा की पार्टी है, इसलिए हम वहां न जा सकते हैं और न काम कर सकेंगे.
बता दें कि 10 मार्च को कांग्रेस जिला अध्यक्ष राकेश मावई सहित कांग्रेस के पदाधिकारियों ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थन में कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता और पदों से इस्तीफा देने की घोषणा करते हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया का समर्थन किया था. सिंधिया के समर्थन में मध्य प्रदेश भाजपा कार्यालय पर होने वाले स्वागत कार्यक्रम में भोपाल के लिए रवाना भी हो गए थे. बावजूद इसके राजनीतिक घटनाक्रमों में फिर परिवर्तन आया और उन्हें कांग्रेस में लौटना पड़ा.
बताया जा रहा है कि कांग्रेस के आला नेताओं द्वारा सिंधिया के समर्थन में पार्टी छोड़ने वाले नेताओं को समझाइश दी जा रही है कि भारतीय जनता पार्टी में सिंधिया को तो राज्यसभा टिकट मिल गया और मंत्री बनाया जा सकता है, लेकिन छोटे नेताओं के लिए वहां कोई जगह नहीं है. ऐसे में कांग्रेस का कार्यकर्ता कांग्रेस छोड़कर अपने राजनीतिक भविष्य की हत्या कर लेगा. ऐसे में सिंधिया समर्थकों ने भाजपा में जाने की जगह कांग्रेस में रहना ही उचित माना है. इसलिए मुरैना के कांग्रेस जिला अध्यक्ष राकेश मावई सहित उनके समर्थकों ने कांग्रेस का दामन थामे रहने का निर्णय लिया है.