मुरैना। जिले में पुलिस और रेत माफिया के गठजोड़ को उजागर करने वाला एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. घटना टेंटरा थाना क्षेत्र की है. यहां पर बीती रात गश्त के दौरान वन अमले ने चम्बल के अवैध रेत से भरी एक ट्रैक्टर-ट्रॉली पकड़ ली. वनकर्मी उसके खिलाफ जब्ती की कार्यवाही कर रहे थे, तभी वहां पर थाना पर प्रभारी पहुंच गए. थाना प्रभारी ने वन अमले को हड़काते हुए ट्रैक्टर-ट्रॉली को वहां से भगवा दिया. वनरक्षक ने इसका वीडियो शूट करना चाहा तो थाना प्रभारी ने उनको लॉकअप में बंद करवा दिया. यही नहीं पुलिस आरक्षक ने उनको चांटा भी जड़ दिया. (Morena police Inspector freed illegal sand trolley)
एसपी ने दिए जांच के आदेशः डीएफओ के हस्तक्षेप से मामला SP के संज्ञान में आया तो उन्होंने आरक्षक को लाइन हाजिर करने तथा थाना प्रभारी के खिलाफ जांच के आदेश दिए है. वनकर्मी थाना प्रभारी के खिलाफ कार्यवाही की मांग को लेकर अड़े हुए है. उनका कहना है कि यदि थाना प्रभारी के खिलाफ कार्यवाही नहीं हुई तो वे आंदोलन करेंगे. वन आरक्षक अभिषेक डंडोतिया ने बताया कि 20 नवंबर की रात वन अमला प्रभारी चिरोजी लाल के नेतृत्व में रात्रि गश्त पर निकला था. गश्त में वन आरक्षक धर्मसिंह गुर्जर, माखन सिंह धाकड़, नरेंद्र कुमार निगोलिया, दिनेश कुमार शर्मा, वीर सिंह जाटव, आकाश शर्मा, अनिल कुमार, राहुल सिकरवार थे. (SP ordered inquiry and suspend to constable)
नशे में थे थाना प्रभारीः मिली जानकारी के अनुसार गश्त के दौरान टेंटरा पुलिस थाने के पास चंवल के अवैध रेत से भरी एक ट्रैक्टर-ट्रॉली खड़ी थी. उस पर नंबर अंकित नहीं थे. वन अमले ने रेत से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली को पकड़कर जब्त कर लिया. उसी दौरान थानां प्रभारी जयदीप भदौरिया अपने स्टॉफ के साथ वहां पर आ गए। वे कहने लगे कि इस ट्रैक्टर-ट्रॉली को मैने पकड़ा है. वन आरक्षक अभिषेक डंडोतिया ने वन सरंक्षण अधिनियम के तहत कार्यवाही करने की बात कही तो थाना प्रभारी ने अपने एक आरक्षक से कहा कि इसे अंदर डाल दो. इसके बाद आरक्षक वनकर्मी को पकड़कर थाने ले गया और लॉकअप में बंद कर दिया. इसके साथ ही उसके गाल पर चांटा भी मार दिया. वन अमले का आरोप है कि थाना प्रभारी नशे में थे. वन अमले से बोला तुम्हारे खिलाफ कार्यवाही करूंगा. उन्होंने रेत से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली को वहां से जाने दिया. (Station in charge was drunk)