मुरैना। मध्यप्रदेश के सीधी में मंगलवार को हुए बस हादसे के बाद मुरैना जिले में भी जिला प्रशासन और परिवहन विभाग अलर्ट हो गया है. जिला मुख्यालय के नेशनल हाइवे-3 पर करील बाबा मजार के पास नहर के पास से गुजरने वाले रास्तों को भी बंद कर दिया है. जहां से बसें और अन्य सवारी वाहन गुजरते हैं.
- शहर किनारे नहर के रास्ते किए बंद
मुरैना के टोल प्लाजा से निकलने वाले वाहनों के लिए सोमवार-मंगलवार की रात 12 बजे से फास्टैग अनिवार्य होने के बाद से ही करील बाबा नहर किनारे के रास्ते से वो वाहन निकल रहे थे. जिनके पास फास्टैग नहीं था और दोगुना टोल टैक्स से बचना चाहते थे. इसी कारण करील बाबा नहर से शिकारपुर रोड पर पहुंचने वाले सैकड़ों वाहन बुधवार से इस रूट से निकल रहे थे. मंगलवार को सीधी जिले में नहर में बस गिरने और 50 लोगों की मौत की घटना के बाद मुरैना में जिला प्रशासन अलर्ट हो गया है. सबसे पहले नेशनल हाईवे रोड से करील बाबा नहर की रोड को जोड़ने वाली उस जगह पर बैरिगेट्स लगाकर इस रास्ते को बंद कर दिया है. आरटीओ अर्चना परिहार, सिविल लाइन थाना प्रभारी विनय यादव और यातयात पुलिस ने बुधवार को नहर के रास्ते से वाहनों को रोका और बेरिगेट्स लगवाकर बंद कर दिया है.
- कई रास्ते अभी भी खुले
बता दें कि मुरैना जिले में ऐसे कई रूट हैं जहां की सड़कें नहर किनारे की है और इन्हीं से बस और अन्य सवारी वाहन गुजरते हैं. इन दिनों चंबल नहर में भी पानी चल रहा है. जिला प्रशासन ने सीधी की घटना के बाद नहर के रास्तों को बंद कर दिया है. जिले के ग्रामीण इलाकों में अभी भी बसें और अन्य सवारी वाहन दौड़ रहे हैं.
- बिना परमिट वाली 10 बसों पर जुर्माने की कार्रवाई
बुधवार को अम्बाह रोड पर आरटीओ अर्चना परिहार ने चेकिंग प्वाइंट लगाकर ओवरलोड वाहनों की चेकिंग की. इस दौरान तय किराए से ज्यादा वसूली करने वाली बसों और ओवरलोड सवारियां ढोने वाली बसों को मौके पर ही 14 हजार 500 रुपए का जुर्माना लगाया गया. बसों के कंडेक्टर द्वारा लिए जा रहे किराए की जानकारी आरटीओ ने यात्रियों से ली. तो यात्रियों द्वारा दी गई जानकारी के बाद 10 बसों पर जुर्माना किया गया. इसके अलावा पोरसा से आ रही बस क्रमांक एमपी 06 पी 1051 को बिना परमिट के पकड़ा गया. यह बस 8 महीनों से बिना परमिट के चल रही थी.आरटीओ अर्चना परिहार ने उस बस को दिमनी थाने में खड़ा करवा दिया है.