मुरैना। बीजेपी मुरैना विधानसभा प्रत्याशी रघुराज सिंह कंषाना ने ईटीवी से बातचीत करते हुए कहा कि क्षेत्र की समस्याओं के लिए लगातार संघर्ष करता रहूंगा और प्रदेश में पार्टी की सरकार है इसलिए विकास की धारा को रुकने नहीं दूंगा. कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए रघुराज सिंह कंषाना ने कहा कि पार्टी की विचारधारा को आत्मसात कर पूरे समर्पण के साथ काम करूंगा. निश्चित ही उन्हें मुझे भविष्य में राजनीतिक लाभ मिलेगा. उनका पॉलिटिकल करियर बीजेपी में सुरक्षित है.
पार्टी कार्यकर्ताओं ने पूरी मेहनत की
रघुराज सिंह कंषाना का कहना है कि पार्टी के लोगों ने और कार्यकर्ताओं ने उपचुनाव में पूरी मेहनत की. लेकिन कुछ मेरी कमी रही होगी. इसलिए जनता का आशीर्वाद नहीं मिल पाया. लेकिन मैं लगातार जनता के संपर्क में रहूंगा. उनकी समस्याओं के लिए समाधान के लिए सरकार से मांग करता रहूंगा.मुझे उम्मीद है कि प्रदेश में पार्टी की सरकार है. इसलिए उन समस्याओं का समाधान भी समय-समय पर होता रहेगा.
सीनियर नेताओं ने दिया साथ
पार्टी के वरिष्ठ नेता चाहे शिवराज सिंह चौहान हों या केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर. ज्योतिरादित्य सिंधिया हों या प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा. सभी ने उनका पूरा साथ दिया है. यह अलग बात है कि परिणाम मुरैना विधानसभा में नहीं मिले. लेकिन प्रदेश के सभी बड़े नेताओं के मेहनत का ही परिणाम है कि 28 में से 19 सीट भारतीय जनता पार्टी ने जीत दर्ज की है.
सिंधिया के प्रभाव में कोई कमी नहीं
मुरैना से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी की रघुराज सिंह कंषाना ने मानना कि अंचल में ज्योतिरादित्य सिंधिया का प्रभाव कम नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि जो कांग्रेस 28 सीटें जीतने का दावा कर रही थी, वो सिर्फ 9 सीटों पर सिमट कर रह गई. जबकि 19 सीटें भारतीय जनता पार्टी जीती है. ये अलग बात है कि मुरैना जिले की 3 सीटें भारतीय जनता पार्टी नहीं जीत पाई. लेकिन सिंधिया के प्रभाव में कोई कमी नहीं आई है.
कांग्रेस छोड़ थामा था बीजेपी का हाथ
कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए 22 विधायकों में से 5 विधायक मुरैना जिले के थे. जिनमें से उपचुनाव में तीन को करारी शिकस्त मिली है. उनमें से एक मुरैना विधानसभा से भाजपा उम्मीदवार पूर्व विधायक रघुराज कंषाना भी थे.