मुरैना। जिला जेल में हत्या के मामले में बंद कैदी विजय गिरी की बीमारी के चलते मौत हो गई. कैदी के परिजनों ने जेल प्रबंधन पर आरोप लगाया है. परिजनों का आरोप है कि जेल प्रहरियों ने उनसे इलाज के नाम पर पैसे भी लिए और इलाज भी नहीं कराया. जिसके चलते उसकी मौत हो गई. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.
मृतक विजय गिरी 2017 में हुई हत्या के मामले में 19 जनवरी 2020 को गिरफ्तार हुआ था. परिजनों के मुताबिक विजय गिरी को कोई भी परेशानी नहीं थी. जेल में ही उसकी तबीयत खराब हुई और उसका इलाज भी नहीं कराया गया. परिजनों का आरोप है कि उनसे इलाज के नाम पर जेल प्रहरियों ने पैसे मांगें और दो बार परिजनों ने इलाज के लिए पैसे भी दिए. लेकिन वह पैसे कैदी के पास नहीं पहुंचे और बिना इलाज के ही उसकी मौत हो गई.
पढ़ें:धारः सरदारपुर उपजेल में विचाराधीन कैदी की मौत, न्यायिक जांच की मांग
तबियत खराब होने पर जिला अस्पताल ले गया था जेल प्रबंधन
जेल प्रबंधन के अनुसार कैदी की तबीयत खराब होने पर उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां पर आराम मिलने के बाद उसे जेल वापस लाया गया. जिसके बाद उसकी फिर से तबीयत खराब हुई और जब उसे अस्पताल में ले जाया गया तो इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. प्रबंधन ने रिश्वत लेने के मामले में कहा है कि ऐसी शिकायत उनके पास अभी तक नहीं आई है. अगर इस तरह की कोई शिकायत की जाएगी तो दोषी के खिलाफ कार्रवाई करेंगे.
मजिस्ट्रियल जांच रिपोर्ट आने के बाद की जाएगी कार्रवाई
पुलिस के आला अधिकारियों का कहना है कि इलाज के दौरान कैदी की मौत हुई है और इसकी जांच की जा रही है. जिस तरह से परिजन रिश्वत लेने का और लापरवाही कराने का आरोप लगा रहे हैं. उस मामले में मजिस्ट्रियल जांच रिपोर्ट आने के बाद उस हिसाब से आगे की कार्रवाई की जाएगी.