मुरैना। पूरे चंबल में शायद ही ऐसा कोई घाट है, जहां से रेत माफिया अवैध रेत खनन करने से चूकते हों. क्षेत्र के सभी घाटों से बड़ी मात्रा में अवैध तरीके से रेत का खनन कर माफिया उसका परिवहन करते हैं. यहां तक कि कई घाटों में रेत अच्छी क्वॉलिटी की नहीं हैं, ऐसे में माफिया राजस्थान की सीमा से भी खनन करने में बाज नहीं आ रहे हैं. बुधवार को अवैध उत्खनन कर डंपिंग करने की जानकारी मिलने पर वन विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम ने सबलगढ़ और चिन्नोनी थाना क्षेत्रों में अवैध रेत खनन के डंपिंग के दौरान कार्रवाई की.
100 ट्राली रेत को किया नष्ट
वन विभाग, सबलगढ़ थाना और चिन्नौनी थाना पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए 100 ट्रेक्टर ट्रॉली रेत को डंपिंग के दौरान नष्ट किया. जानकारी के मुताबिक सबलगढ़ के रहूघाट और चिन्नौनी थाना क्षेत्र में हबुआपुरा, होराबोरा घाटों पर चंबल नदी से लगातार रेत उत्खनन और बड़े पैमाने पर डंपिंग करने की जानकारी पुलिस को मिल रही थी.
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नावों के सहारे राजस्थान से आती है अवैध रेत
राजस्थान से अवैध रेत के परिवहन के लिए माफिया नावों का इस्तेमाल करते हैं. बोरियों में भरकर रेत मध्य प्रदेश की सीमा तक नावों से लाई जाती है और फिर ट्रैक्टरों के जरिए जौरा, कैलारस, सबलगढ़ सहित कई इलाकों में रेत माफिया रेत बेचते हैं. यहां के रास्तों पर दिनभर रेत से भरे ट्रैक्टरों का आवगमन होता रहता है. रेत को आसपास के इलाकों में ही डंप भी किया जाता है. ये पूरा काम खुलेआम किया जाता है, लेकिन न तो घाटों पर कार्रवाई करने पुलिस पहुंचती है और न ही वन विभाग.