मुरैना। जोरा तहसील के सुखपुरा गांव में बीते 3 दिन से मोरों की मौत का सिलसिला जारी है. मोरों के हो रही मौत का कारण अभी तक पता नहीं चल सका है. अब तक डेढ़ दर्जन से अधिक मोरों की मौत हो चुकी है. ग्रामीणों द्वारा वन विभाग को मोरों की मौत की सूचना दिए जाने के बावजूद अभी तक कोई विभागीय अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा है. हालांकि पशु चिकित्सा विभाग के कर्मचारी द्वारा बीती रात एक मृत मोर के शव को जांच के लिए ले जाया गया है.
बीते शुक्रवार से जोरा तहसील के सुखपुरा गांव में मोरों की मौत का सिलसिला शुरू हुआ. ग्रामीणों ने पहले जंगली जानवरों के शिकार के चलते मोरों की मौत की आंशका जताई. लेकिन शनिवार की दोपहर गांव के पास ही आधा दर्जन से अधिक मोरों की मौत हो गई. प्रत्यक्षदर्शी ग्रामीणों के अनुसार मोरों के मुंह से झाग निकलने के साथ उनके शरीर में ऐंठन जैसी दिखती है, इसके कुछ देर बाद मोर तड़प कर दम तोड़ देती हैं.
रविवार की सुबह भी 3 मोरों की मौत होने की जानकारी मिली है. मोरों की मौत के सिलसिले के कारण ग्रामीण उन्हें बचाने का प्रयास कर रहे हैं. ग्रामीणों द्वारा मोरों के बचाव के लिए पानी एवं दाने की भी व्यवस्था की जा रही है. इस संबंध में वन विभाग के अधिकारी दीपक शर्मा का कहना है मोरों की मौत की सूचना मिलने के बाद गांव में विभागीय टीम भेजी गई है. शर्मा के अनुसार मोरों की मौत का प्रारंभिक कारण हीट स्ट्रोक होना है.