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भारी बारिश के बाद भी नहीं भरा पगारा डैम, सिंचाई के लिए मिलने वाले पानी में हो सकती है कटौती

जिले में हुए भारी बारिश के बाद पगारा डैम अभी तक पूरा नहीं भरा है. बांध को पूरी तरह से भरने में 12 फीट पानी कम है. जिससे संभावनाएं जताई जा रही हैं, कि किसानों को सिंचाई के लिए मिलने वाले पानी में कटौती की जा सकती है.

भारी बारिश के बाद भी नहीं भरा पगारा डैम
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Published : Sep 30, 2019, 8:14 PM IST

मुरैना। भारी बारिश होने के बाद भी जिले का सबसे बड़ा पगारा डैम अभी तक पूरा नहीं भरा है. बांध के पूरा भरने में 12 फीट पानी की कमी बताई जा रही है. सिंचाई विभाग के मुताबिक बांध का वर्तमान जल स्तर 642 फीट है. जबकि बांध का फुल लेबल 654 फीट है. डैम का जलस्तर कम होने के कारण जिले के किसानों को आगामी फसल की सिंचाई के लिए पानी में कटौती किए जाने की संभावनाएं बढ़ गई हैं.

भारी बारिश के बाद भी नहीं भरा पगारा डैम

बता दें कि अंचल का पगारा बांध ब्रिटिश काल में बनाया गया था. बांध से जिले के किसानों को सिंचाई के लिए पानी दिया जाता है. लेकिन डैम का जलस्तर कम होने के कारण इस बार सिंचाई के लिए दिए जाने वाले पानी में कटौती की जा सकती है. बताया जा रहा है कि इस सीजन के शुरुआत में पानी कम होने के कारण डैम भर नहीं पाया है.

हाल ही में विगत दिनों अंचल में हुई तेज बरसात के कारण बांध के जलस्तर में बढ़ोत्तरी हुई थी. लेकिन इसके बाद भी बांध का जलस्तर वर्तमान में 642 फीट पर जा पहुंचा है. सिंचाई विभाग का कहना है कि अभी भी डैम पूरी तरह से भरने में 12 फीट पानी कमी है.

मुरैना। भारी बारिश होने के बाद भी जिले का सबसे बड़ा पगारा डैम अभी तक पूरा नहीं भरा है. बांध के पूरा भरने में 12 फीट पानी की कमी बताई जा रही है. सिंचाई विभाग के मुताबिक बांध का वर्तमान जल स्तर 642 फीट है. जबकि बांध का फुल लेबल 654 फीट है. डैम का जलस्तर कम होने के कारण जिले के किसानों को आगामी फसल की सिंचाई के लिए पानी में कटौती किए जाने की संभावनाएं बढ़ गई हैं.

भारी बारिश के बाद भी नहीं भरा पगारा डैम

बता दें कि अंचल का पगारा बांध ब्रिटिश काल में बनाया गया था. बांध से जिले के किसानों को सिंचाई के लिए पानी दिया जाता है. लेकिन डैम का जलस्तर कम होने के कारण इस बार सिंचाई के लिए दिए जाने वाले पानी में कटौती की जा सकती है. बताया जा रहा है कि इस सीजन के शुरुआत में पानी कम होने के कारण डैम भर नहीं पाया है.

हाल ही में विगत दिनों अंचल में हुई तेज बरसात के कारण बांध के जलस्तर में बढ़ोत्तरी हुई थी. लेकिन इसके बाद भी बांध का जलस्तर वर्तमान में 642 फीट पर जा पहुंचा है. सिंचाई विभाग का कहना है कि अभी भी डैम पूरी तरह से भरने में 12 फीट पानी कमी है.

Intro:पिछले दिनों अंचल में कई दिनों तक हुई तेज बरसात के बावजूद जिले का सबसे बड़ा पगारा बांध अभी तक पूरा नहीं भरा है। बांध के पूरा भरने में 12 फीट पानी की कमी बताई जा रही है। सिंचाई विभाग के मुताबिक बांध वर्तमान जल स्तर 642 फीट है जबकि बांध का फुल टेंक लेबल 654 फीट है। बांध का जलस्तर कम होने के कारण भिंड जिले के किसानों को आगामी फसल की सिंचाई के लिए पानी में कटौती किए जाने की संभावनाएं बढ़ गई है।Body:उल्लेखनीय है कि अंचल का पगारा बांध ब्रिटिश काल में निर्मित किया गया था। बांध से भिंड जिले के किसान कोतवाल एवं दुआ देने के माध्यम से सिंचाई के लिए पानी प्राप्त करते हैं। इस बार प्रारंभ में बरसात कम होने के कारण बांध बहुत कम भर सका था। हाल ही में विगत दिनों अंचल में हुई तेज बरसात के कारण बांध के जलस्तर में बढ़ोतरी हुई। विगत दिनों की बरसात के बाद बांध का जलस्तर वर्तमान में 642 फीट पर जा पहुंचा है। इसके बाप जी इसके बावजूद बांध के पूरा भरने में अभी 12 फीट के जलस्तर की कमी है।Conclusion:बाइट- राजकिशोर पाराशर सेवानिवृत्त सहायक यंत्री सिंचाई विभाग एवं बांध के तकनीकी जानकार
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